नए साल 2024 से पहले महाकाल के दरबार में उमड़ा भक्तों का सैलाब – सुबह से दोपहर बाद तक 3 लाख श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे – लगातार तीन दिन छुट्टी का असर, देशभर से लोग आ रहे
दैनिक अवंतिका उज्जैन। नए साल 2024 से पहले उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। मंदिर प्रशसन को भी दर्शन व्यवस्था बनाने में भारी मशक्कत करना पड़ रही है। रविवार को तो मंदिर के बाहर से ठेठ अंदर तक श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रही। सुबह से दोपहर तक 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन कर चुके थे तथा रात को शयन आरती होने तक मंदिर में दर्शन का सिलसिला अनवरत जारी रहा। क्रिसमस की छुट्टियां लगते ही धार्मिक नगरी उज्जैन में शुक्रवार बाद से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। शनिवार को भीड़ और बढ़ी लेकिन रविवार को तो भक्तों का सैलाब ही उमड़ पड़ा। हालत यह थी कि मंदिर अधिकारियों और कर्मचारियों को व्यवस्था करने में कड़ी मशक्कत करना पड़ी। अधिकारियों के अनुसार श्रद्धालुओं की भीड़ की स्थिति नए वर्ष जनवरी के प्रथम सप्ताह तक ऐसी ही बनी रहेगी। मंदिर समिति के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी ने बताया कि वर्ष के अंतिम दिनों में क्रिसमस के अवकाश शुरू होने के बाद भगवान महाकाल के दरबार में भक्तों का तांता लगने लगना शुरू हो गया है। शनिवार से सोमवार तक लगातार 3 दिन की छुट्टियों के चलते महाकाल मंदिर में बाहर से दर्शन करने आने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। शुक्रवार-शनिवार को महाकाल मंदिर में 2 से ढाई लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए थे। वहीं रविवार को सुबह 6 बजे से दोपहर बाद तक दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं का आंकड़ा करीब 3 लाख के पार हो गया था।अवकाश होने से भस्मारती के बाद से ही निरंतर श्रद्धालुओं की भीड़ भगवान महाकाल के दर्शन के लिए आने लगी। नंदीहॉल के पीछे बने 4 बेरिकेड्स सेएक साथ लाइन चलाकर कराए दर्शन नंदी हॉल के पीछे बेरिकेट्स से चार लाइन चलाकर श्रद्धालुओं को दर्शन कराए गए। क्रिसमस के साथ ही नए वर्ष के पहले अवकाश लेने के कारण यह स्थिति बनी है। आने वाले दिनों में भी श्रद्धालुओं की संख्या महाकाल मंदिर में अधिक ही रहेगी। इसके बाद सबसे अधिक संख्या 31 दिसंबर और 1 जनवरी को रहेगी। 31 दिसंबर और 1 जनवरी को 10 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान मंदिर समिति के अधिकारियों का अनुमान है कि इस बार 31 दिसंबर और 1 जनवरी को करीब 10 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचेगें। उसी हिसाब से महाकाल मंदिर में व्यवस्थाएं की जा रही है। पिछले वर्ष 1 जनवरी पर करीब 6 लाख श्रद्धालु महाकाल मंदिर दर्शन करने पहुंचे थे।