मोहन मंत्रिमंडल का विस्तार आज ,सीएम ने राज्यपाल को सौंपी मंत्रियों की सूची
दोपहर 3:30 बजे होगा शपथ ग्रहण, राजभवन में दिलाई जाएगी शपथ
इंदौर से मुख्यमंत्री यादव के साथ शपथ लेने उड़ सकते हैं दो वरिष्ठ विधायक
भोपाल। आज दोपहर 3.30 बजे मप्र मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है। सुबह मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की और उन्हें मंत्रियों की लिस्ट सौंप दी । कई दौर की चर्चा के बाद मंत्री बनाए जाने वाले चेहरे तय कर लिए गए हैं। इस विस्तार में लोकसभा चुनाव को दृष्टि में रखते हुए जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के हिसाब से 28 मंत्री बनाए जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार इंदौर से दो विधायक मंत्री बनने की शपथ लेने के लिए आज दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री के साथ हेलीकाप्टर से भोपाल जाएंगे। 28 मंत्रियों की सूची में शिवराज सरकार में शामिल रहे कई मंत्रियों के नाम नदारद होने की संभावना है।
मंत्रिमंडल विस्तार में 18 कैबिनेट, 4 राज्यमंत्री और 6 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की शपथ ले सकते हैं।
शीर्ष नेतृत्व से हरी झंडी मिलने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी स्तर पर तैयारी शुरू हुई। वहीं, शासन स्तर पर भी शपथ समारोह की तैयारी की जा रही है। शपथ ग्रहण कार्यक्रम राजभवन में होगा और यह दोपहर में प्रस्तावित है।
मंत्रिमंडल में दिखेगा मोदी का फार्मूला
मंत्रिमंडल विस्तार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फार्मूला देखने को मिलेगा। कोई कोटा सिस्टम नहीं होगा। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर संसदीय क्षेत्रवार प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है। वहीं, मंत्रिमंडल में जातीय और क्षेत्रीय समीकरण भी देखने को मिलेगा। सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में वरिष्ठ नेताओं की तुलना में नए चेहरों को अधिक मौका दिया जाएगा। दागदार छवि के किसी व्यक्ति को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं देने पर सहमति बनी है तो ओबीसी वर्ग के नेताओं को प्राथमिकता दी जा सकती है।
मुख्य सचिव ने की बैठक, स्टेट गैराज में वाहन तैयार
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्य सचिव वीरा राणा ने रविवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें सामान्य प्रशासन, गृह, राजभवन और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। उधर, स्टेट गैराज में मंत्रियों के लिए वाहन तैयार करके रख लिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार ड्राइवरों को सुबह 11 बजे बुलाया गया है।
12 दिन बाद मंत्रिमंडल का विस्तार
डा. मोहन यादव ने 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके साथ राजेंद्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। तब से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर विचार-विमर्श चल रहा था। कई दौर की चर्चा के नाम नाम तय किए गए हैं।