मप्र हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ की पहल- घर के विवाद घर में ही सुलझाने 72 समाजजनों को 20 घंटे का दिया प्रशिक्षण
ब्रह्मास्त्र इंदौर। घर के विवाद कोर्ट तक न पहुंच कर आपस में समाज जन ही सुलझा लें, इस तरह की एक अच्छी पहल हुई है।
इंदौर खंडपीठ के प्रशासनिक जज सुजॉय पाल की पहल ‘घर के विवाद घर में ही सुलझ जाएं’ के तहत सात दिनी कार्यशाला सम्पन्न हुई। इस दौरान 72 प्रबुद्धजनों को 20 घंटों का कानूनी प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में न्यायाधिपति विवेक रूशिया भी थे। प्रिंसिपल रजिस्ट्रार बीके द्विवेदी ने सभी प्रतिभागियों को शपथ दिलाकर कार्यक्रम का समापन किया। इस दौरान मास्टर ट्रेनर्स डॉ. मोहम्मद शमीम एवं आरती शर्मा, मनीष श्रीवास्तव ने जानकारी दी। कार्यशाला में बोहरा, जैन, वाल्मीकि, पासी ब्राह्मण, वैश्य, कोरी, बैरवा, नेमा, बंगाली, गुजराती, अग्रवाल, मुस्लिम, सिख, यादव, अहिरवार एवं गहोई वैश्य समुदाय के प्रबुद्धजन शामिल हुए।
जिला कोर्ट में पैनल वकीलों को प्रशिक्षण
विधिक सहायता योजनाओं के प्रभावी रूप से लागू किए जाने एवं नालसा (निःशुल्क और सक्षम विधिक सेवा) विनियम के तहत जिला न्यायालय सभागार में शनिवार को विधिक सहायता पैनल वकीलों के लिए रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। मुख्य अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश दिनेश कुमार पालीवाल थे।
जिला न्यायाधीश मनीष कुमार श्रीवास्तव, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश अब्दुल्लाह अहमद, प्रधान मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड नेहा बंसल, व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड शरद जोशी ने भी अपने-अपने क्षेत्र के विषयों की जानकारी दी। कार्यक्रम में कानूनी प्रक्रियाओं का पावर पॉइंट प्रजेंटेशन भी दिया गया।