दैनिक अवंतिका इंदौर जांच में घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कोई फुटैज नहीं मिला। आसपास के लोगों से पूछताछ में भी कोई सबूत नहीं मिल पाया।द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में हुई 57 लाख की चोरी की कहानी झूठी निकली है, फरियादी के पिता ने कर्ज चुकाने के लिए यह साजिश रची थी। इतनी बड़ी चोरी की शिकायत पर पुलिस की चिंता बढ़ गई थी। पुलिस ने तत्काल टीम का गठन कर तकनीकी रुप से मामला की जांच की। दिन में पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए आरोपी(फरियादी के पिता) को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से करीब 19 लाख रूपये नकदी और जेवरात भी मिले हैं। पुलिस के मुताबिक फरियादी अनमोल पुत्र संजय पाटिल निवासी द्वारकापुरी ने 22 दिसंबर को शिकायत की थी कि वह 21 दिसंबर को बस से मां और दादी के साथ मामा के घर खंडवा गया था।घर पर उसके पिता अकेले थे। मामले को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए जांच की। जांच में घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कोई फुटैज नहीं मिला। आसपास के लोगों से पूछताछ में भी कोई सबूत नहीं मिल पाया। इस पर पुलिस का शक गहरा गया और बारीकी से जांच की तो चोरी की कहानी झूठी होना पाया गया।घटना वाले दिन सुबह को फरियादी के चाचा के यश ने फोन कर चोरी होने की सूचना देते हुए बताया था कि ऊपरी मंजिला के कमरे का दरवाजा का नकूचा टूटा हुआ है। घर पहुंचा तो पिता दूसरे कमरे में सो रहे थे। वहीं पूछताछ में आरोपित संजय ने बताया कि वह प्रापर्टी ब्रोकर है।उसने पत्नी, मां और बेटे को अपने ससुराल भेज दिया था। उस पर काफी कर्ज हो गया था। कर्जदार लगातार पैसा चुकाने का दबाव बना रहे थे। इसलिए खुद के घर में चोरी का षडयंत्र रचा था।