इंदौर के बाइक सवार युवक की कटी नाक प्रतिबंध के बाद भी उड़ाई जा रही चायना डोर से पतंग पत्नी-बच्चों के साथ आया था महाकाल दर्शन, हरिफाटक ब्रिज पर हादसा

दैनिक अवन्तिका उज्जैन। प्रतिबंध लगा होने के बाद भी घातक चायना डोर से पतंग उड़ाई जा रही
है। डोर का दुष्परिणाम मंगलवार सुबह फिर सामने आया। इंदौर के बाइक सवार
की नाक और चेहरा कट गया। हादसा हरिफाटक ब्रिज पर हुआ है। जहां कुछ दिनों
पहले पुलिस ने घटनाओं को रोकने के लिये तार बांधे थे।
बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह हरिफाटक ब्रिज से बाइक सवार एक परिवार
इंदौर की ओर जा रहा था। ब्रिज उतरते समय बाइक चला रहे तरूण पिता राजू राव
30 वर्ष के चेहरे पर चायना डोर आकर गिरी। वह बच पाता डोर ने उसकी नाक का
निचला हिस्सा और चेहरा लहूलुहान कर दिया। ब्रिज से गुजरने वाले लोगों ने
घटना देखी तो संभालने के लिये पहुंचे। डोर से नाक और चेहरा गंभीर रूप से
जख्मी हुआ था। उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उपचार
किया। इस दौरान पत्नी ने बताया कि वह पति और दो बच्चों के साथ महाकाल
दर्शन करने आये थे, दर्शन के बाद वापस लौट रहे थे, तभी घटना हुई है।
पत्नी ने मामले की सूचना परिजनों तक पहुंचा दी थी। इंदौर से पहुंचे परिजन
तरूण को इंदौर लेकर गये है। गौरतलब हो कि सात साल पहले तत्कालीन कलेक्टर
रहे कविन्द्र कियावत ने चायना डोर के घातक परिणामों को देखते हुए
प्रतिबंध लगा दिया था। जिसे 1 दिसंबर को कलेक्टर रहे कुमार पुरूषोत्त ने
एक्टिवेट किया था। जिसके बाद पुलिस ने 22 दिसंबर को तोपखाना क्षेत्र में
सर्चिंग अभियान चलाकर प्रतिबंधित डोर की तलाश की थी और पतंग कारोबार से
जुड़े दुकानदारों की बैठक लेकर चायना का क्रय-विक्रय नहीं करने की सख्त
हिदायत दी थी और हरिफाटक ब्रिज पर लगे बिजली के पोल पर तार बांधकर हादसों
को रोकने का प्रयास किया था। बावजूद प्रतिबंधित डोर का दुष्परिणाम सामने
आया है।जीरो पाइंट ब्रिज पर गई थी छात्रा की जान
15 जनवरी 2022 को फ्रीगंज जीरो पाइंट ब्रिज पर एक्टिवा सवार जीडीसी की
छात्रा नेहा आंजना निवासी ग्राम जगोटी की चायना डोर से गला कटने के बाद
निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। उसके बाद पुलिस ने पिछले वर्ष सर्चिंग
अभियान चलाकर बड़े पैमाने पर चायना डोर बरामद की थी और चिमनगंज, नीलगंगा
क्षेत्र में प्रतिबंधित डोर का कारोबार करने वालों के मकान पर बुलडोजर
चलाया था। एक बार फिर इसी तरह की सर्चिंग मकर संक्रांति से पहले पुलिस को
करना होगी। तभी आगामी दिनों में हादसे कम होगें।