पार्किंग वालों ने गुजरात के श्रद्धालुओं पर किया हमला -पिता-पुत्र घायल, शुल्क को लेकर हुई थी कहासुनी

(उज्जैन) महाकाल दर्शन करने आये श्रद्धालु परिवार पर गुरूवार दोपहर\ पार्किंग वालों ने हमला कर दिया। पिता-पुत्र घायल हुए है। विवाद पार्किंग शुल्क को लेकर होना सामने आया है। पुलिस ने पार्किंग वालों पर मामला दर्ज कर जांच में लिया है। महाकाल थाना पुलिस ने बताया कि गुजरात के राजकोट थाना क्षेत्र बेरीपरा स्थित काबाकुम्बा स्ट्रीट से देवेन्द्र पिता भूपेन्द्र धोतरे 44 वर्ष परिवार के साथ बाबा महाकाल के दर्शन करने आये थे। उन्होने अपनी कार नृसिंहघाट के पास क्षिप्रा पार्किंग में खड़ी की। जिसका शुल्क 100 रूपयेजमा कर रसीद प्राप्त कर दर्शन करने चले गये। दोपहर 3 बजे वापस लौटे और        र्किंग से कार निकालने लगे। पार्किंग में खड़े कर्मचारी अशोक नामक युवकन   50 रूपये शुल्क देने को कहा। देवेन्द्र ने एडवांस 100 रूपये देने की बात कहीं। उसने विवाद शुरू कर दिया और रसीद दिखाने को कहा। रसीद दिखाने पर अशोक ने रसीद को फाड़ कर फेंक दिया और 50 रूपये की मांग करने लगा। जिसको लेकर विवाद शुरू हो गया। अशोक के2-3 अन्य साथी पहुंच गये और उन्होने देवेन्द्र पाइप से हमला कर दिया। पिता के साथ मारपीट होती देख पुत्र धीरज बीच-बचाव में आया तो उसके साथ भी जमकर मारपीट की गई। परिवार     की महिलाओं ने हस्तक्षेप किया, उसमें साथ धक्कामुक्की गई और गाली-गलौच कर अभद्रता करने लगे। हमले में घायल पिता-पुत्र परिवार के साथ पुलिस थाने की तलाश करते हुए महाकाल थाने पहुंचे। पुलिस ने देवेन्द्र की शिकायत पर अशोक और उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और पार्किंग पहुंची, लेकिनमारपीट करने वाले भाग निकले थे। श्रद्धालुओं के साथ होती है दादागिरी महाकाल मंदिर के आसपास बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ आये दिनपार्किंग वाले दादागिरी कर रहे है। पार्किंग शुल्क देने के बाद भी शुल्क मांगा जाता है और गाली-गलौच की जाती है। श्रावण-भादौ मास के दौरान भीबाहर से आये 2 श्रद्धालुओं ने आॅनलाइन शुल्क दिया था, बावजूद उनसे राशि\ मांग गई थी, उन्होने आॅनलाइन ट्रांजेक्शन भी दिखाया लेकिन उनके साथमारपीट कर घायल कर दिया गया था महाकाल पुलिस ने 2 श्रद्धाल युवको का मेडिकल परीक्षण करने के बाद मामूली धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया था। श्रद्धालुओं के साथ मारपीट के साथ ही पार्किंग में खड़ी कारो के कांच भी फोड़कर वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं द्वारा शिकायत करने पर पार्किंग\ वाले जिम्मेदारी नहीं ले रहे है, उल्टा अभद्रता की जा रही है। पुलिस की सख्ती नहीं होने का फायदा पार्किंग वाले उठा रहे है, जिसके\चलते श्रद्धालु अच्छा अनुभव लेकर नहीं लौट रहे है।