निगम का सॉफ्टवेयर हैक लाखों करोड़ों रुपए के राजस्व पर लगा ब्रेक….एक दर्जन से ज्यादा सेवाएं ठप्प
उज्जैन । उज्जैन सहित प्रदेश की तमाम नगर पालिका में इन दोनों महत्वपूर्ण कामकाज ठप्प पड़ा है । प्रदेश में निगम के संपत्तिकर सॉफ्टवेयर के हैक होने के बाद नगर पालिका निगम उज्जैन नें संपत्तिकर को मैन्युअली रूप से जमा करने की सुविधा शुरू की थी लेकिन इस सुविधा में कई अड़चने आ रही है । सही रूप में संपत्तिकर के कार्य का संचालन नहीं हो पा रहा है । आम आदमी ऑनलाइन व्यवस्था को सहज मानता है इस कारण वह मैन्युअली व्यवस्था से अब तक दूरी बनाए हुए हैं । निगम के सॉफ्टवेयर हैक होने की वजह से लाखों करोड़ों के राजस्व पर भी असर पढ़ रहा है । मैन्युअली रूप से संपत्ति कर जमा करने की शर्त यह है कि गत वर्ष की संपत्तिकर जमा वाली रसीद बताना होंगी ।लेकिन किसी के भवन में निर्माण या संपत्तिकर में बदलाव करना हो तों उसे निगम के सॉफ्टवेयर ठीक होने तक इंतजार करना पड़ेगा। फिलहाल निगम के 6 झोनो में उन लोगों का संपत्ति कर मैन्युअल रूप से जमा किया जा रहा है जिनमें कोई बदलाव नहीं है । निगम ने सॉफ्टवेयर हैक हो जाने के कारण संपत्तिकर जमा करने की तिथि में बदलाव कर दिया है पहले 31 दिसंबर 2023 आखिरी तारीख थी लेकिन अब इसे बड़ा कर 15 जनवरी 2024 तक कर दिया गया है । सॉफ्टवेयर कब तक ठीक होगा अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है ।संपत्तिकर की राशि का डाटा अभी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है क्योंकि सॉफ्टवेयर हैक होने के कारण निगम के कंप्यूटर सिस्टम काम नहीं कर पा रहे हैं ।
यह महत्वपूर्ण कार्य जाम पड़े हैं…
निगम के आईटी सेल प्रभारी निर्झर शुक्ला के मुताबिक निगम में संपत्तिकर भवन नामांतरण के साथ ही विवाह पंजीयन, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, फायर परमिशन, ट्री कटिंग, ट्रेड लाइसेंस, बिल्डिंग परमिशन आदि कार्यों पर ब्रेक लगा हुआ है ।
रिपोर्ट विकास त्रिवेदी