सप्तदिवसीय गौ कथा के समापन में मंडी प्रांगण से निकली विशाल गौयात्रा
भाटपचलाना। गौ पर्यावरण अध्यात्म चेतन यात्रा के प्रणेता गौ उपासक राष्ट्रीय संत गोपालानंद सरस्वती की प्रेरणा से सप्त दिवसीय कथा राष्ट्रीय संत गोशरण महाराज के मुखारविंद से संपन्न हुई इस कथा का मुख्य उद्देश्य घरों में गौ माता की सेवा निराश्रित गौ माता को आश्रय मिले गौ माता की रक्षा के लिए जनजागृति समाजजन संकल्प ले अध्यात्म से युवाओं व बच्चों को जोड़ना व्यसन मुक्ति ऐसे पवित्र उद्देश्य को लेकर यह कथा सभी गांव के वरिष्ठ नागरिकों के सहयोग से मंडी प्रांगण भाटपचलाना में रखी गई थी कथा के समापन में पूरे नगर में भव्य गौ यात्रा श्रद्धालु जनों द्वारा निकाली गई जिसमें पूरे नगर में गौ माता की पूजा अर्चना की गई बड़ी संख्या में महिलाएं कलश लेकर मंडी प्रांगण से नगर में भाव यात्रा के रूप में भ्रमण करते हुए मंडी प्रांगण में यात्रा का समापन हुआ सप्त दिवसीय गोकथा में सातो दिवसनिशुल्क यंत्र वितरित किए गए समापन के दिवस पर निशुल्क रुद्राक्ष व महाप्रादी वितरण हुई कथा के दौरान राष्ट्रीय संत गोशरण महाराज जी द्वारा गांव के नागरिकगणों को गो सेवा हेतु कई संकल्प भी दिलवाए गए पूरे नगर में दिनभर धार्मिक माहौल बना रहा भाटपचलाना के सभी समाजसेवियों द्वारा यह भव्य आयोजन संपन्न हुआ।