बिजली उपभोक्ताओं को 1700 करोड़ रु. की सब्सिडी दी गई
उज्जैन। मालवा और निमाड़ के बिजली उपभोक्ताओं को एक वर्ष में करीब साढ़े तीन करोड़ बिजली बिलों पर 1700 करोड़ रु. की सब्सिडी दी गई है। इन उपभोक्ताओं को प्रतिमाह प्रति बिल 570 रुपए तक की सहायता दी गई है।
गृह ज्योति योजना का इंदौर, उज्जैन, देवास, धार, झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, आगर, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच में प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन किया जा रहा है। प्रतिमाह 29 से 34 लाख उपभोक्ता एवं औसतन 31 लाख उपभोक्ता योजना का लाभ ले रहे हैं। इन उपभोक्ताओं को प्रति बिल 570 रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की गई है। वर्ष में करीब साढ़े तीन करोड़ बिलों पर 1700 करोड़ की सब्सिडी दी गई है। प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि 12 माह के दौरान इंदौर जिले में सबसे ज्यादा 50 लाख बिलों पर सब्सिडी दी गई है। इसके बाद उज्जैन, देवास, धार, खरगोन जिलों में 30 से 40 लाख बिलों पर गृह ज्योति योजना के लाभार्थियों को सब्सिडी प्रदान की गई है। अन्य जिलों में 8 लाख से 25 लाख बिलों पर सब्सिडी प्रदान की गई है।दैनिक पांच यूनिट घरेलू खपत एवं 30 दिनों के अंतराल से अधिकतम 150 यूनिट खपत वाले इस योजना की पात्रता में आते हैं। इन्हें प्रथम सौ यूनिट तक बिजली मात्र सौ रुपए में प्रदान की जाती है। प्रत्येक बिल पर सब्सिडी की राशि का स्पष्ट उल्लेख होता है। उपभोक्ताओं को सब्सिडी की राशि के अतिरिक्त बिल राशि का ही भुगतान करना होता है। इंदौर जैसे महानगर में 30 झोन के माध्यम से बिजली व्यवस्थाएं संचालित की जाती हैं। तकरीबन सवा सात लाख उपभोक्ता इंदौर में बिजली कंपनी के पास हैं। हर झोन पर ज्यादा बिजली बिलों की शिकायत को लेकर उपभोक्ता पहुंचते हैं और कहते हैं कि हमारा बिजली बिल ज्यादा आ रहा है। फोटो मीटर रीडिंग अनिवार्य होने के बावजूद सैकड़ों ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्हें एवरेज बिजली बिल दिया जा रहा है। इन शिकायतों पर अधिकारी भी स्पष्ट जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं।