कुछ यूं मनाया युवा दिवस
उज्जैन। जब हर स्थान पर स्वामी विवेकानंदजी की जयंती धूमधाम से कल मनाई जा रही थी तब स्वामीजी के प्रति श्रद्धा ज्ञापित कर उनके बताए मार्ग पर चलने का श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया हमारे शहर के युवा कृषक यतीश जाट ने। इंदौर मे अस्पताल मे भर्ती एक अनजान रोगी को ब्लड के प्लेटलेट्स की अकस्मात जरूरत होने पर यतीश ने बिना समय गंवाए इंदौर जाने का निर्णय लिया और समय पर पहुंच कर मरीज को ब्लड डोनेट किया । उज्जैन के समीपस्थ गांव केसुनी के युवा किसान यतीश जाट ने दैनिक अवंतिका को बताया कि अब तक सैकडों बार रक्तदान कर चुके हैं।
वे एक ग्रुप रक्तवाहिनी रक्तयोद्धा के माध्यम से कई युवाओ को जोडकर रक्तदान का पुनीत कार्य लगभग बीस साल से कर रहे हैं। मानवसेवा को ही सब कुछ समझनेवाले यतीश को पीङा सिर्फ इस बात की है कि शहर के कई लोग आज भी रक्तदान करने से डरते हैं। रोगी को रक्त की आवश्यकता होनेपर उसके परिजन ही ब्लड डोनेट करने से परहेज करते हुए देखे गए और वे दूसरे युवाओ से ब्लड देने की गुहार लगाते हैं। अपना कीमती समय देकर भी यतीश शहर के बाहर भी रक्त की व्यवस्था करने मे लगे हुए हैं क्योकि उनका मानना है कि यदि अच्छा स्वस्थ होने पर भी यदि हम किसी के प्राण न बचा पाए तो लानत है ऐसे स्वस्थ होने पर। यतीश की बात को समझने की आज नितांत आवश्यकता है। ऐसे युवा समाज मे एक प्रेरणापुंज ही हैं।