संकट मोचन हनुमान मंदिर में किया गया सात दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का अनुष्ठान
सुसनेर। राम जन्मभूमि अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही देशभर के विभिन्न मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जा रहा है। नगर के पुराना तहसील कार्यालय स्थित अतिप्राचीन श्री संकट मोचन हनुमान मन्दिर में भी 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के शुभ मुहूर्त के साथ ही राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की गई। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मंदिर परिसर में 16 जनवरी से अनुष्ठान जारी है। मुख्य आचार्य पण्डित वेद प्रकाश भट्ट के मार्गदर्शन में 5 पंडितो द्वारा प्रतिदिन मंत्रोच्चार के साथ यजमानों से यज्ञ में आहुतियां दिलाई जा रही है। मुख्य यजमान डॉ गजानन व्यास के साथ प्रतिदिन अलग-अलग यजमान के 5 जोड़े यज्ञ में आहुतियां दे गई। नवीन प्रतिमाओं की महाआरती कर महाप्रसादी का वितरण होगा। मन्दिर समिति के दीपक सक्सेना एडव्होकेट ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा की योजना अयोध्या में राम मंदिर के फैसले के समय से ही थी। इसलिए अयोध्या में मन्दिर भुमि पूजन के साथ ही यहाँ भी 5 अगस्त 2020 को मन्दिर निर्माण का भूमि पूजन राणा अनिरुद्ध सिंह के द्वारा किया गया था। अब प्राण प्रतिष्ठा भी अयोध्या के शुभ मुहूर्त के साथ ही की जा रही है। मन्दिर समिति के ललित पांडे ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए सवा तीन फुट ऊँची मकराना संगमरमर से निर्मित प्रतिमाएं जयपुर से लाई गई है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब मन्दिर में अतिप्राचीन संकट मोचन हनुमान जी व विश्वेश्वर महादेव के साथ ही राम दरबार के भी दर्शन होंगे।