राष्ट्रूीय ध्वज का हुआ अपमान, रात 9 बजे तक लहराता रहा ध्वज, कर्मचारियो ने मानी गलती,
मंडलेश्वर। नगर मंडलेश्वर के गुरुद्वारा रोड पर केन्द्रीय जल आयोग का कार्यालय है जहा पर 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान हुआ। घटनाक्रम के मुताबिक जल आयोग के कार्यालय पर गणंत्रत दिवस पर झंडावदन किया गया व उसके बाद आफिस बंद कर सब अपने घर चले गये।आफिस से जाने के पहले कर्मचारियो ने वहा मौजुद खुश्याल केवट को शाम सुर्यास्त के पहले झंडा उतारने के निर्देश देकर चले गये। परतु कर्मचारी की लॉपरवाही से झंडा रात को 9 बजे तक लहराता रहा। आसपास के नागरिको व मिडीया ने एसडीएम, एसडीओपी, थाना प्रभारी को सुचना दी, जिस पर पुलिस थाने से एसआई मुकेश यॉदव व सुचना त्ंत्र के अनुराग व नायब तहसीलदार के कार्यालय से संतोष केवट ने पहुचकर झंडा उतारा। कार्यवाही के दौरान कार्यालय के कर्मचारी विजय कुशवाह व खुशियाल केवट को जानकारी दी तो कुशवाह तो नही पहुचे पर केवट जरुर पहुच गये, परतु उनके पास मेन गेट की चॉबी नही थी। कार्यालय के कनिष्ठ अभीयंता तरुण मेहता को जानकारी दी गयी तो वे अपने इंदौर स्थित आवास पर थे, उन्होने मेन गेट की चॉबी सामने किसी के निवास पर होना बताया। जहा से चॉबी लेकर ध्वज उतारा गया। सुर्यास्त के बाद शासकीय कार्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज लगा रहना, ध्वज संहिता का उल्लघंन है। हालाकि छुट्टियो के कारण अभी तक तो इस घटना पर कुछ कार्यवाही नही हुई। पुरे घटमाक्रम के समय पर कार्यलाय का एक भी कर्मचारी नही पहुचा। जबकि इस कार्यालय मे चार कर्मचारी पदस्थ है। लॉपरवाही के यह आलम है कि फहराया गया ध्वज भी काफी पुराना होने के साथ बिना इस्त्री किया गया था तब भी उसे बदला नही जा रहा।
थाना प्रभारी दीपक यादव ने जानकारी देते हुए बताया की शासकीय प्रक्रिया के अंतर्गत केंद्रीय जल आयोग को एक पत्र के माध्यम से इस घटना के संदर्भ में जानकारी दी गई है साथ ही ध्वज संहिता के उल्लघंन के संदर्भ में कार्यवाही के लिए कहा गया है।
रिपोर्ट दीपक सिंह तोमर