आचार्य पद पाटोत्सव समारोह में उमड़ा जन सेलाब….
मनावर । स्थानीय जालोर रोड़ पर स्थित 72 जिनालय लक्ष्मी वल्लभ पार्श्वनाथ जैन मंदिर प्रांगण में मालव केसरी मुनिराज हितेशविजय जी म सा के आचार्य पद के लिए पाटोत्सव महोत्सव का तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित हुआ ।
कार्यक्रम के दौरान आचार्य विमल गच्छाधिपति पद्मुमन विमल सूरीश्वर म सा एवं आचार्य अभयसेन सूरीश्वर म सा ने आचार्य पद की क्रिया कराते हुए हितेशविजय म सा को सूरी मंत्र पट प्रदान किया गया । करीब पांच घंटे तक चली सूरी मंत्र आराधना के तहत गुरू भक्तों का जन सेलाब उमड़ पड़ा । पाटोत्सव महोत्सव के तहत बोले गये विभिन्न चढावों का आयोजन भी किया गया । जिसमें आसन बिछाने का चढावा पुखराज कंकू चौपडा आहोर, माला व्यौराने का चढावा मुथा पारसमल परिवार आहोर, सूरी मंत्र पट व्यौराना का चढावा ओटीबाई खुशालचंद जालोर, कांबली व्यौराने का चढावा प्रेमराज सोमतमल बोहरा भीनमाल, पातरा व्यौराने का चढावा भैरूलाल पुखराज आहोर सहित विभिन्न चढावों का लाभ गुरु भक्तों ने लिया ।
श्री सौधर्म बृहत्तपागच्छीय त्रिस्तुतिक संघ के गच्छाधिपति आचार्य ॠषभचंद सूरीश्वर के पट्टप्रभावक, मुनिप्रवर जयप्रभ विजय म सा के शिष्य मालव केसरी वरिष्ठ मुनिराज हितेशविजय म सा के आचार्य पद के लिए पाटोत्सव के बाद नवीन नाम करण किया गया, जिसमें नया नाम हितेशचंद्र सूरीश्वर म सा के नाम से सम्बोधन किया गया ।
मालव केसरी पाटोत्सव समिति के प्रवक्ता एवं त्रिस्तुतिक जैन समाज के आचार्य ॠषभचंद सूरीश्वर म सा के देवलोक गमन के पश्चात रिक्त स्थान की पूर्ति के लिए सर्वानुमति से लिये गये निर्णय के अनुसार हितेशविजय म सा को आचार्य पद से अलंकृत किया गया । पाटोत्सव हेतु जावरा, आहोर, भीनमाल, जालोर, मोहनखेडा तीर्थ, बैगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद, मैसूर, मदुराई, सूरत सहित मध्यप्रदेश के करीब चार दर्जन से अधिक गांवों एवं शहरों से जैन संघों के साथ बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया ।