प्राचार्य की गलती के कारण आदिवासी समाज के 38 बच्चों का भविष्य अंधकार मे
बाकानेर:- सीएम राइस स्कूल बाकानेर के प्रिंसिपल भगीरथ गाथीया की बड़ी प्रसाशनिक लापरवाही सामने आई है
पिछले दिनों 10 वी एवं बारहवीं के बच्चों द्वारा प्राइवेट फार्म भरे गए थे। परन्तु स्कूल के प्राचार्य भगीरथ गाथीया द्वारा एमपी बोर्ड के आईडी ओर पासवर्ड किसी भी कियोस्क संचालक को ना देकर अपने पास ही रखे गए और अपने सम्बन्धित व्यक्ति राहुल वर्मा से फॉर्म भरवाने का का आश्वाशन देकर बच्चो से कागज ओर फीस भरवा ली कुछ दिनों बाद बच्चों को प्रिंसिपल द्वारा कम्प्यूटर स्क्रीन की फार्म भरते समय की आधी प्रोसेस का प्रिंट निकालकर दे दिया।
अभाविप के साथ मिल बच्चो ने किया एक घण्टा चक्का जाम
अब जब बच्चो की परीक्षा 5 फरवरी से प्रारंभ हो रही है तो बच्चे अपना एडमिट कार्ड निकालने किसोस्क सेंटर गए।
वहां पर सेंटर संचालकों ने बच्चों को एडमिशन रशीद फर्जी बताकर वापस भेजना शुरू किया वही छात्र छात्राओ का आरोप है कि प्रिंसिपल द्वारा फीस ले ली गयी थी जो प्रत्येक छात्र 1350 रुपये थी और उसे एमपी बोर्ड के पोर्टल पर आगे नही कटवाया गया अभी की स्थिति में उनकी लेट फीस 12 से 14 हजार रुपये के आसपास हो चुकी है वहां मौजूद छात्र छात्राओं के माता पिता से जानकारी लेने पर उनहोने बताया छात्राओं का यह स्थिति जानकर रो रो कर बुरा हाल है कुछ बच्चियों का पड़ने में मन लगना बंद हो गया तो कुछ का कहना है पड़कर क्या करेंगे अगर परीक्षा में नही बैठाया तो। स्कूल स्टाफ से कोई भी शिक्षक कुछ कहने को तैयार नहीं है और कुछ शिक्षको का कहना है कि प्रिंसिपल द्वारा प्रवेश सबंधित कोई भी जानकारी हमसे साझा नही की गई थी। हमे जितनी जिम्मेदारी प्रिंसीपल ने दी हमने वह पूरी कर दी हम सभी को यही भ्रम था कि बच्चों के फॉर्म जमा हो चुके है। वही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यरकर्ताओ द्वारा बच्चो ओर उनके माता पिता के साथ मिलकर एक घण्टे चक्काजाम किया गया पुलिस अधिकारियो के समझाइश देने पर कार्यकर्ता हटे। वहीं प्रिंसिपल के खिलाफ पहले भी बहुत सारी शिकायते सबंधित विभागों के दी गयी है जिसमे आचार संहिता का उलंघन, पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी,मुस्लिम शिक्षक को जेहादी जैसे शब्द कहना, महिला शिक्षको से अभद्रता आदि शामिल है।
छात्र छात्राओं का आरोप है कि प्रिंसिपल पिछले 3 दिनों से स्कूल से फरार है ।वही संवाददाता द्वारा सम्पर्क करने पर प्रिंसिपल का फोन भी बंद पाया गया वही अभविप के कार्यकर्ताओ का कहना है कि 3 दिन के अंदर प्रिंसिपल पर कार्यवाही नही होती है है तो अभाविप बाकानेर नगर बंद का आवाहन कर उग्र आंदोलन करेगा!