पुलिस सुरक्षा में निकली दलित दूल्हे की बारात : बलाई समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष और करणी सेना के जिला अध्यक्ष हुए बारात में शामिल
ब्रह्मास्त्र इंदौर। शाजापुर जिले के जाईहेड़ा गांव में दबंगों द्वारा दलित दूल्हे अर्जुन मकवाना की बारात विगत 11 दिसम्बर को रोकी गई थी। इसी गांव में इसी परिवार में अर्जुन की बहन कोमल मकवाना की बारात 13 दिसम्बर को सुबह 11 बजे आना थी। गाँव के दबंगों ने दलित परिवार को धमकी दी थी कि यदि बारात निकाली तो अंजाम बुरा होगा। धमकी का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
दलित दुल्हन के परिजनों ने अखिल भारतीय बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार से सम्पर्क किया और आग्रह किया कि बेटी की बारात आना है। दबंगों ने धमकी दी है।
उक्त जानकारी देते हुए परमार ने इंदौर में बताया कि उन्होंने तुरन्त संघ के उच्च पदाधिकारियों को दी तथा दलित दूल्हे की बारात निर्विघ्न सम्पन्न हो जाए की अपील की। साथ ही इस गांव में वर्ग संघर्ष न हो जाए, इसलिए परिजनों से पुलिस थाना कोतवाली में आवदेन दिलवाया और सुरक्षा के लिए पुलिस बल की मांग की।
संघ के बड़े पदाधिकारियों ने शाजापुर जिले के समरसता प्रमुख शेलेंद्र सोनी और हीरालाल कसेरा को यह सूचना देकर सक्रिय किया ।
जायखेड़ा गांव मे पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। जिसमें शाजापुर एसडीओपी दीपा दोडवे और क्षेत्रीय पुलिस कोतवाली थाना प्रभारी अवधेश सहसा मौजूद थे ।
बारात में करणी सेना के जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह दिखित के साथ क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारी देवीसिंह डोडिया सिद्धूसिंह राजपूत भी उपस्थित हुए और दलित दूल्हे का स्वागत सम्मान किया। इस बारात में महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार, महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष डॉ लता मालवीय भी इंदौर से पहुंचे। उज्जैन जिला अध्यक्ष पूजा सोलंकी, जिला महामंत्री जूली राठौड़, प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम मालवीय और राष्ट्रीय सचिव हिम्मत सौराष्ट्रीय, युवा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश बामनिया (राका) शाजापुर जिला अध्यक्ष दिनेश सिंदल भी उपस्थित हुए। पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था के कारण दलित दूल्हे की बारात बिना रोक टोक और निर्विघ्न संपन्न हुई । करणी सेना व भीम सेना के कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने समाज में समानता और समरसता का संदेश दिया।