अंक स्कोर करने मे आबजेक्टिव महत्वपूर्ण परीक्षा विशेष..
उज्जैन। शहर मे परीक्षाओं का दौर शुरू हो चुका है। माध्यमिक शिक्षा मण्डल मध्यप्रदेश की हाईस्कूल परीक्षा का हिन्दी भाषा का पर्चा हो चुका है। भाषा के बाद मुख्य विषयों जैसे सामाजिक विज्ञान, विज्ञान व गणित जैसे पेपर हैं। छात्र छात्राओ को ये विषय थोडे जटिल लगते हैं पर यदि हम इनकी तैयारी एक निश्चित प्लानिंग के साथ करें तो जटिल को सरल करने मे बहुत अच्छे से सफल हो सकते हैं। इन पेपर्स मे आबजेक्टिव प्रश्न बहुत ही महत्व रखते हैं। इस साल विज्ञान व सामाजिक विज्ञान आदि मे लगभग 30 प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे। यदि हम इनका वर्गीकरण देखें तो ये बहुविकल्प प्रकार, रिक्त स्थान की पूर्ति, सत्य असत्य चिन्हित करना, सही जोडी बनाना और एक शब्द/ वाक्य मे उत्तर देना हैं। यदि छात्र ने पाठ्यपुस्तक के हर पाठ का अध्ययन अच्छे से किया है तो इनके उत्तर वो सहज ही दे सकता है पर फिर भी एक औसत छात्र को इसमे ज्यादा से ज्यादा अंक अर्जित करने मे कठिनाई नही होगी यदि वह कुछ बातों का ध्यान रखें। जैसे बहुविकल्प प्रकार के प्रश्नो मे चार विकल्प मे से दो विकल्प तो लगभग ऐसे होते हैं जो उत्तर हो ही नही सकते।
अब बाकी बचे दो मे से हमे एक सही का चुनाव करना है तो हम कोरिलेट करके उत्तर का चयन करें।उदाहरण के लिए कौन सी धातु को खुली हवा मे न रखते हुए केरोसिन मे डूबो के रखा जाता है और चार विकल्प हैं लोहा, जस्ता, तांबा और सोडियम तो हमे समझ आता है कि लोहा तो सभी दूर खुला दिखता है। लोहे के गेट भवन मे होते हैं।जस्ते के तार खुले मे रहते हैं। तांबे के बर्तन हम उपयोग मे लाते हैं । अब बचता सिर्फ सोडियम ही है अतः सोडियम को चुनकर उत्तर मे लिखना चाहिए।अब यदि प्रश्न है कि कौन सी गैस अत्यंत ज्वलनशील है और विकल्प हैं नाइट्रोजन, आक्सीजन, हाइड्रोजन और ओजोन तो हम दिमाग लगाएं तो एक बात स्पष्ट है कि नाइट्रोजन और आक्सीजन दोनो गैस वायुमण्डल मे उपस्थित हैं तो ये ज्वलनशील नहीं हैं। अब बचते हैं ओजोन व हाइड्रोजन तो ओजोन की छतरी से होकर ही सूर्य की किरणें आती हैं अतः ये भी ज्वलनशील नही है अब बचता है हाइड्रोजन जो सही उत्तर होगा। सही जोडी बनाने मे भी हम काॅमन सेंस का उपयोग कर ज्यादा से ज्यादा अंक प्राप्त कर सकते हैं। उदाहरण के लिए विज्ञान मे स्तंभ – क व ख मे कुछ शब्द भौतिकशास्त्र के तो कुछ रसायनशास्त्र के तथा कुछ जीवविज्ञान के होते हैं । हमे ये समझ है तो हम बहुत सही जोडी बना देंगे। अपवर्तन भौतिकशास्त्र का है , वर्मिकम्पोस्ट जीवविज्ञान का है और पीएच मान रसायन से संबंधित है तो हम वर्मिकंपोस्ट से केंचुए को जोडेंगे, अपवर्तन से कांच को जोङेंगे और पी एच से एसिड को जोड़कर सही जोडी बनाएंगे। हमारी स्ट्रेटजी यह होना चाहिए कि पहले छोटे छोटे प्रश्नो के उत्तर याद करें। ये कम समय मे आसानी से याद हो जाते हैं। प्रश्न पत्र मे छोटे उत्तर वाले प्रश्न ही सर्वाधिक होते हैं। ये ज्यादा संख्या मे कम समय मे याद हो जाते हैं तो हमारा मनोबल बढता है और आत्म विश्वास भी बढ जाता है जो सफलता दिलाने मे बहुत कारगर होता है। बङे प्रश्न सिर्फ तीन या चार ही आते हैं। इनमे चित्र भी होते हैं। विज्ञान मे नामांकित चित्र का महत्व होता है। हमे चित्र बनाने का अभ्यास करते रहना चाहिए साथ ही उनके नाम भी याद करना चाहिए। इसी तरह सामाजिक विज्ञान मे नक्शा भरना बहुत आसान होता है। यदि हम नक्शे का अध्ययन अच्छे से करें तो नक्शा भरना कठिन नहीं और अंक मिल जाते हैं। हरेक विषय मे कुछ अंतर वाले प्रश्न होते हैं। इन्हे अच्छे से याद करना चाहिए जैसे विज्ञान मे वास्तविक प्रतिबिंब व काल्पनिक प्रतिबिंब मे अंतर व आर एन ए और डी एन ए मे अंतर। ज्यादातर अंतर मे एक दूसरे के बिल्कुल विपरीत होता है। अतः एक को याद कर लें तो दूसरा उसके उल्ट ही होगा। उदाहरण के लिए वास्तविक प्रतिबिंब को पर्दे पर प्राप्त कर सकते हैं तो अवास्तविक मे होगा ये पर्दे पर प्राप्त नही होगा। विद्यार्थियो को इन छोटी छोटी बातों का ध्यान रखना जरूरी है । यदि वे इन युक्तियो का प्रयोग करें तो अच्छे अंक उनके खाते मे आ सकते हैं।
सुबह जल्दी उठकर करें आबजेक्टिव का रिविजन
शिक्षा विद राहुल शुक्ला ने बताया कि छात्रो को सुबह का एक घंटे का समय आबजेक्टिव प्रश्नो को रिवाइज करने के लिए नियत रखना चाहिए। नियम से प्रतिदिन वे हर विषय के आबजेक्टिव का रिवीजन करें। ये आसानी से मेमोरी मे स्टोर रहते हैं बस नियमित रिवीजन करते रहें। यदि 30 आबजेक्टिव मे से 20या22भी सही हो गए तो आप अच्छे अंक से सफलता पाई सकते हैं।