अस्पताल में भर्ती चौकीदार थाना प्रभारी ने दिखाई मानवता, मदद के लिये आगे आया स्टॉफ -चौकीदारी का उपचार कराने के लिये जमा किये सवा लाख
दैनिक अवन्तिका(उज्जैन) रात्रि गश्त के बाद रविवार तड़के घर पहुंचे थाना प्रभारी ने कालोनी के चौकीदार को बेसुध हालत में पड़ा देख अस्पताल पहुंचाया। जहां बीपी बढ़ने से उसके ब्रेन की नस फटना सामने आया। चौकीदार का परिवार काफी गरीब था। थाना प्रभारी ने उसे भर्ती कर उपचार शुरू कराया। थाना स्टॉफ को खबर मिली तो वह भी आगे आये और चौकीदार का उपचार करने के लिये कुछ घ्ांटे में ही सवा लाख रूपये एकत्रित कर लिये।नीलगंगा थाना प्रभारी विवेक कनोडिया शनिवार-रविवार रात गश्त पर थे। तड़के 4 बजे गश्त खत्म होने पर वह ड्रायवर लोकेश प्रजापति के साथ अपने घर पार्श्वनाथ कालोनी पहुंचे। जहां चौकीदार राजू नाथ सड़क पर ही बेसुध हालत में पड़ा था। उसे उठाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं उठा। कालोनी में र्इंट की टापरी में रहने वाली पत्नी और तीन बच्चे भी नींद से जाग गये। राजू नाथ को निजी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने चैकअप के बाद बीपी 230/130 होना और ब्रेन की नस फटना बताया। थाना प्रभारी ने चौकीदार का तत्काल उपचार शुरू करने के लिये। अस्पताल प्रबंधन ने एडवांस राशि जमा करने को कहा। थाना प्रभारी राशि जमा कराई। सुबह सीटी स्कैन का खर्च भी वहन किया, न्यूरो सर्जन डॉ. अंशुल सिरोलिया ने नस फटने और खून का स्त्राव होने की बात कहीं। चौकीदार के 3 बच्चों और परिस्थिति को देख मानवता दिखाते हुए थाना प्रभारी न्यूरो सर्जन रूपेश खत्री से संपर्क किया। राजू नाथ को निजी अस्पताल से दोपहर में डॉ. खत्री के तिरूपति अस्पताल लाया गया। जहां उसका उपचार किया जा रहा है, लेकिन शाम तक उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। थाना प्रभारी द्वारा कालोनी के चौकीदार की मदद का पता थाना स्टॉफ और कालोनी के रहवासियों को चला तो मदद के लिये हाथ उठने लगे। थाना स्टॉफ ने शाम तक सवा लाख रूपये एकत्रित कर उपचार के लिये सौंप दिये। कालोनी के रहवासी भी मदद के लिये आर्थिक मदद कर रहे है। चौकीदार राजू नाथ मूलरूप से झारड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम मकला का रहने वाला है। सालों से वह पार्श्वनाथ कालोनी में परिवार के साथ चौकीदारी का काम कर रहा है। मवेशियों के उपचार के लिये सौंप चुके है दवा कालोनी के चौकीदार की मदद करने वाले थाना प्रभारी विवेक कनोडिया हमेशा मदद के लिये आगे खड़े रहते है। कुछ माह पहले उन्होने सड़को पर दुर्घटना में घायल होने वाली गायों को तड़फता देख पशु चिकित्सको से चर्चा की थी और घायल गायों के उपचार में लगी वाली हजारों रूपये की दवा अपनी ओर से कपिला गौशाला पहुंचकर उपलब्ध कराई थी। थाना प्रभारी की मानवता में उनका परिवार और स्टॉफ भी हमेशा साथ रहता है।