उज्जैन जेल में बनाई थी गोली कांड की प्लानिंग.. 2 करोड़ की दी थी सगे भाई ने सुपारी..
नीमच । दिन 4 फरवरी… जगह नीमच .. दिनदहाड़े शराब ठेकेदार पर हमला…..इस जानलेवा हमले में शराब ठेकेदार अशोक अरोरा की तों जान बच गई लेकिन पूरे शहर में दहशत फैल गई और सवाल उठने लगे की आखिर इस वारदात के पीछे कौन है। इस हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस पर भी प्रेशर था लेकिन घटना के एक हफ्ते अंदर पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
इस वारदात को सुलझाने में पुलिस का सबसे बड़ा हथियार वो मोबाइल बना जो मौकाए वारदात पर पुलिस को मिला था।
इस घटना में मास्टरमाइंड बाबू सिंधी के साथ हि शराब ठेकेदार अशोक अरोरा का छोटा भाई राकेश अरोरा भी शामिल था वहीं अब पुलिस इस वारदात के पीछे की वजह तलाश रही है। यह भी खुलासा हुआ कि बाबू सिंधी ने इसकी प्लानिंग जेल से ही कर ली थी और जेल से बाहर आने के लिए बेटे की गंभीर बीमारी और सगे भाई की मौत का सहारा लिया।