जीएसटी के विरोध में व्यापारियों की बजी थाली
बैठक में भाजपा को वोट नहीं देने का प्रस्ताव, व्यापारी डरपोक नहीं, सड़क पर उतरेंगे
– जीएसटी और ई-वे बिल के विरोध में कपड़ा व्यापारियों की केंद्र सरकार को चुनौती
ब्रह्मास्त्र इंदौर। जीएसटी की बढ़ी हुई दर और ई-वे बिल के नए प्रारूप पर कपड़ा व्यापारियों का विरोध खुलकर सामने आ गया है। व्यापारियों ने आज दोपहर 12 बजे अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर सड़क पर उतरने और थाली तथा हैंगर बजाकर सरकार का विरोध करने का निश्चय किया है।
कल मप्र वस्त्र व्यापारी महासंघ व एमटी क्लॉथ मार्केट एसोसिएशन की बैठक हुई। बैठक में इंदौर सहित मप्र के कई कपड़ा व्यापारी शामिल हुए। आक्रोशित व्यापारियों ने केंद्र सरकार और भाजपा को सीधे चुनौती दी। व्यापारियों ने 5 फीसदी जीएसटी को 12 फीसदी करने तथा ई-वे बिल का विरोध किया। यह लड़ाई सीधे केंद्र से इतनी आसान नहीं है। इसके लिए देशभर के कपड़ा व्यापारियों को एकजुट होकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाना होगा। बैठक में मुख्य रूप से इंदौर, बैरागढ़, देवास, उज्जैन सहित प्रदेश भर के प्रतिनिधि शामिल थे।
छोटा व्यापार हो जाएगा चौपट
मध्य प्रदेश थोक वस्त्र व्यापारी संघ के अध्यक्ष हंसराज जैन ने कहा कि इस नए नियमों से छोटे व्यापारियों का व्यापार चौपट हो जाएगा। पूरे मध्यप्रदेश के व्यापारियों को एक साथ विरोध करना चाहिए तथा सरकार को पुन: विचार करके हटाना चाहिए। बैठक में गिरधर गोपाल नगर, भानु कुमार जैन, मनोज नेमा, निर्मल सेठी, गिरीश काबरा, चंद्रप्रकाश गंगवाल, एसोसिएशन के मंत्री कैलाश मूंगड़, जीएसटी संघर्ष समिति के संयोजक रजनीश चौरडिया आदि ने भाग लिया।
व्यापार चौपट करने के नियम सहन नहीं होंगे
बैठक में नीमच के दिनेश दोषी ने कहा कि व्यापारी डरपोक नहीं है हमें सरकार के खिलाफ दी आंदोलन करना पड़ा तो हम करेंगे। अगर व्यापार चौपट करने जैसे नियम बनाए जाएंगे तो उसे सहन नहीं किया जाएंगा। इस बीच भाजपा को वोट नहीं देने का प्रस्ताव भी बैठक में रखा जिसका सभी ने हाथ खड़े कर समर्थन किया।