आमजन हलाकान , नहीं मिल रहा नल से जरूरत का जल.. तीन दिन बाद मेंला जल

उज्जैन। खान डायवर्शन लाईन के साथ पीएचई की लाईन क्षतिग्रस्त हुए एक पखवाडा से एक दिन छोडकर जल प्रदाय शहर को दो हिस्सों में बांटकर किया जा रहा है। एक दिन छोडकर भी आमजन को पर्याप्त जल नहीं मिल पा रहा है। सप्लाय के दिन भी जरूरत का जल आमजन को नल से नहीं मिल पा रहा है। सप्लाय के निर्धारित पूरे समय भी नल नहीं चल रहे हैं। पानी की किल्लत से आमजन हलाकान है। नगर निगम के जनप्रतिनिधि सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं।

एक पखवाडा पहले भूखी माता मंदिर के पास खेत में खान डायवर्शन की लाईन भरपूर लिकेज हुई थी। स्थल पर बडा गड्ढा हो गया था। इसी में पीएचई की गंभीर से आ रही रा वाटर की लाईन के दो पाईप जा गिरे थे। इसके चलते शहर में पेयजल सप्लाय प्रभावित हुई थी। तत्कालीन समय में दो दिन में लाईन दुरूस्त कर आमजन को सप्लाय देने के जोरदार दावे किए गए थे जो थोथे साबित हुए हैं। एक पखवाडे से आमजन को उपयोग का पर्याप्त जल नल से नहीं मिल पा रहा है।

पीएचई ने लाईन बायपास की-

खान डायवर्शन की लाईन जहां से लिकेज हुई थी उसके उपर से पीएचई की लाईन जा रही थी। लिकेज के दौरान पानी के प्रेशर एवं आधारहीन होने से पीएचई लाईन क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके बाद भविष्य की स्थितियों को देखते हुए दुरूस्तीकरण के दौरान लाईन को बायपास करने का निर्णय पीएचई ने लिया । इस कार्य में 20-22 पाईप अतिरिक्त लाईन में जोडकर 800 मिमी की पाईप लाईन को स्थल से बायपास किया गया। तकनीकी त्रुटि के चलते इसमें से कभी पानी लिकेज कभी कुछ की समस्या आ रही थी। जैसे-तैसे लाईन सफल हुई और उज्जैन दक्षिण में गंभीर का पानी देने की शुरूआत बुधवार से की गई है।

 

कम प्रेशर से मिल रहा पानी-

 

शहर में एक दिन छोडकर जल प्रदाय को लेकर आमजन की शिकायत नहीं है आमजन का कहना है कि एक दिन छोडकर भी पूरे दबाव से और एक घंटा पूरा पानी दिया जाना चाहिए । वर्तमान में कम दबाव से जल प्रदाय हो रहा है और वो भी 35-40 मिनिट ही मिल पा रहा है। इससे घरों की टंकियां नहीं भर पा रही है और लोगों को टैंकर खरीदना पड रहे हैं। आमजन का कहना है कि पूरे प्रेशर के साथ जल प्रदाय किया जाए।

 

उत्तर में भी प्रेशर की समस्या-

 

शहर के उत्तर एवं दक्षिण भाग में एक-एक दिन छोडकर जल प्रदाय की वर्तमान स्थिति है। मंगलवार को उज्जैन उत्तर में जल प्रदाय में भी प्रेशर का अभाव रहा है। गोलामंडी, बहादुरगंज क्षेत्र में जल प्रदाय में गंदा पानी आने की शिकायतें बराबर आ रही है। जबकि इस क्षेत्र में गंभीर से क्लीयर वाटर आता है और उसी से क्षेत्र की टंकियां भरी जाती है। इस क्षेत्र में सप्लाय को लेकर कोई बाधा नहीं थी। इसके बावजूद उत्तर क्षेत्र में भी उसी दिन से जल प्रदाय को लेकर हालात बिगडे पडे हैं। नल से जल बस कुछ देर ही आ रहा है शेष समय नल बगैर प्रेशर के ही पानी देता है। नल से पानी आने की शुरूआत में ही गंदा पानी आना शुरू हो जाता है।

अगले –एक दो दिन में समस्या का अंत –

पीएचई के सहायक यंत्री मनोज खरात ने दावा करते हुए कहा कि बुधवार को दक्षिण क्षेत्र की जल सप्लाय की उनके पास एक भी शिकायत नहीं आई है न ही पीएचई के कंट्रोल रूम पर भी एक भी शिकायत दर्ज नहीं की गई है। उनका कहना था कि बायपास लाईन सक्सेस हो गई है। उससे हमने जल लेना शुरू कर दिया है। गंभीर से पाईप लाईन के माध्यम से रा वाटर लाकर गउघाट प्लांट पर उसका ट्रीटमेंट कर उसे दक्षिण क्षेत्र की सभी टंकियों में भरा गया। बुधवार को इसी से सप्लाय दी गई है। सप्लाय में प्रेशर का मुद्दा हो सकता है लेकिन पानी पर्याप्त और निर्धारित समय तक दिया गया है। अभी बायपास लाईन में थोडा काम किया जाना है उसका बेस और तकनीकी कामों के बाद पूरी तरह से पूरे दबाव के साथ जल दिया जाएगा। अगले कुछ दिनों में फिर से नियमित प्रतिदिन जल प्रदाय शुरू किया जा सकता है।

शहर वासियों को तीन दिन बाद मिली राहत लेकिन मिला मेला जल

शहर वासियों को तीन दिन बाद राहत तो मिली आज नाल तो आए लेकिन पीने के पानी की किल्लत फिर भी बनी रही लोगों का कहना है किन्नर से जल तो मिला लेकिन मिला था पानी इतना गंदा था जो पीने लायक नहीं था।

 

 

Author: Dainik Awantika