मलमास शुरू, शुभ कार्य के लिए 14 जनवरी तक 1 माह इंतजार

– शादियां व अन्य मांगलिक आयोजन नहीं होंगे

– मकर संक्रांति के बाद फिर शुरू होंगे शुभ कार्य

दैनिक अवंतिका उज्जैन। 14 दिसंबर से मलमास शुरू हो गया। इसके साथ ही शुभ कार्य भी बंद हो गए। अब लोगों को 14 जनवरी तक शुभ कार्य खासकर शादियों के लिए एक माह इंतजार करना होगा।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डिब्बावाला ने बताया कि इस सीजन में 13 दिसंबर को शादी के लिए आखिरी मुहूर्त था। इस दौरान जमकर शादियां हुई। अब शादी-ब्याह आदि शुभ कार्यों के लिए लोगों को एक माह यानी 14 जनवरी मकर संक्रांति पर्व तक इंतजार करना होगा। संक्रांति पर्व के बाद ही शुभ मुहूर्त की शुरुआत होगी व शादी की जा सकेगी।

मलमास को माना जाता है अशुभ इसलिए नहीं होती शादी

हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मलमास में शुभ कार्य नहीं किए जाते है। क्योंकि मलमास को अशुभ माना जाता है। जब सूर्य धनु और मीन में प्रवेश करते हैं तो इसे क्रमश: धनु व मीन संक्रांति कहा जाता है। सूर्य किसी भी राशि में लगभग एक माह तक रहते हैं। सूर्य के धनु राशि व मीन राशि में स्थित होने की अवधि को ही मलमास या खरमास कहा जाता है। खरमास 14 दिसंबर 2021 मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से शुरू हो गया जो कि मकर संक्रांति पर्व 14 जनवरी 2022 पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि के दिन समाप्त होगा।

संक्रांति का विशेष महत्व, सूर्य उत्तरायन, शुभता की शुरुआत

मकर संक्रांति का विशेष धार्मिक महत्व होता है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायन होंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही मांगलिक और शुभ कार्य आरंभ हो जाएंगे।

Author: Dainik Awantika