अनाज व्यापारियों के लिए सीएम की बड़ी सौगात…
उज्जैन – उज्जैन कृषि उपज मंडी अनाज तिलहन व्यापारी संघ अध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल ने माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की व्यापारिक सोच और प्रबंधन का स्वागत किया है । श्री अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश मुखिया ने आर्थिक संकट से जूझ रहे प्रदेश के करीब 80 हजार से अधिक अनाज व्यापारियों को एक बड़ी सौगात प्रदान की है। प्रदेश सरकार की व्यापारिक नीति में यह एक बड़ा बदलाव है । इस बदलाव से व्यापारियों को काफी राहत मिलेगी आपने कहा कि व्यापार नीति के तहत प्रदेश मुखिया सीएम डॉ मोहन यादव के कार्यकाल में अनाज व्यापारियों के लिए यह प्रावधान खुशखबरी वाला है। श्री अग्रवाल ने कहा कि कृषि उपज मंडी के व्यापारियों को लंबे समय बाद बड़ी राहत मिली है ।
सीएम डॉ मोहन यादव ने कारोबारी के मंडी लाइसेंस की अवधि 5 से बड़ा कर 30 साल कर दी है। साथ ही आर्थिक व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से लाइसेंस फीस 25000 की बजाय 5000 करने का निर्णय लिया है। श्री अग्रवाल ने सीएम डॉ मोहन यादव के प्रति समस्त व्यापारी जगत की ओर से आभार प्रकट करते हुए कहा कि अब व्यापारियों को प्रसंस्करण लाइसेंस पर ₹100000 की प्रतिभूति राशि का प्रावधान भी समाप्त कर दिया गया है । आपने इस दिशा में कृषि मंत्री ऐंदल सिंह कंसाना का भी आभार माना साथ ही मंडी बोर्ड के एमडी श्रीमन शुक्ला के आदेश की सराहना की । उज्जैन अनाज तिलन व्यापारी संघ अध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि इस व्यापारी हितेषी प्रावधान के लिए हम सीएम का हृदय से आभार प्रकट करते है। ,,,,
अनाज व्यापारियों के लिए यह सौगात काफी फायदेमंद है । अनाज तिलहन व्यापारी संघ अध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने अपने प्रयास से सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, विधायक सतीश मालवीय,आदि को भी इस विषय से अवगत कराया था । परिणाम स्वरूप आज व्यापारियों की मांग मंजूर हो गई है । उज्जैन कृषि उपज मंडी के तमाम व्यापारी शासन के इस निर्णय का स्वागत दिल से कर रहे हैं । मंडी अध्यक्ष ने कहा कि उज्जैन में आर्थिक व्यवस्था के रूप से कृषि उपज मंडी एक महत्वपूर्ण स्थान है जहां से किसनों के लेनदेन से ही व्यापार की वृद्धि होती है शहर का हर व्यापार मालवा की किसान क्रांति से ही जुड़ा हुआ है ।
रिपोर्ट विकास त्रिवेदी