महाकाल मंदिर की नियमित महिला दर्शनार्थी ने लगाए भेदभाव के आरोप
दैनिक अवंतिका उज्जैन। जितनी महाकाल ज्योतिर्लिंग की लोकप्रियता बढ़ रही है उतना ही लोगों का यहां पर हुजूम उमड़ रहा है। व्यवस्था बनाने में भी प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ रही है। इस बीच 15 वर्ष से निरंतर दर्शन कर रही महिला दर्शनार्थी ने शयन आरती में नियमित दर्शनार्थियों के साथ हो रहे भेदभाव के आरोप लगाए हैं।
नियमित महिला दर्शनार्थी ने बताया कि रात 10.40 पर शयन आरती होती है। 10:30 पर नियमित दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जाता है। उसमें किसी को नदी हाल में बिठाया जाता है तो भेदभाव के चलते हमें बेरीगेट से दर्शन कराए जाते हैं। नंदी हाल में प्रवेश नहीं मिलता है। जबकि कुछ नियमित दर्शनार्थ नदी हाल में प्रवेश ले लेते हैं। इस व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह उठाते हुए महिला दर्शन आरती ने भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। महिला दर्शनार्थी ने कुछ वीडियो भी बनाए हैं जिससे काफी हद तक उनकी बात साबित होते हुए नजर आ रही है। मंदिर प्रशासन को जल्द इस पर ध्यान देना चाहिए और संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाना चाहिए।