परीक्षा के दौरान आहार महत्वपूर्ण
उज्जैन। आजकल परीक्षा का दौर चल रहा है। पढाई के तनाव से जूझते बच्चो के खानपान को लेकर अभिभावक खासे परेशान रहते हैं। पढ़नेवाले बच्चे आलस्य न हो इस कारण से न ढंग से खाते हैं और न ही समय पर भोजन लेते हैं परिणामस्वरूप वे कमजोर हो जाते हैं।
ऐसे समय बच्चों के अभिभावको की जिम्मेदारी बढ जाती है । ऐसे मे बच्चे को क्या खाने मे दिया जाए जो उसके लिए हितकर हो ये प्रश्न उठता है। हमारे धर्मशास्त्रो मे कहा गया है आहारो वै सः आहार सत्वशुद्धि:। अथार्त आहार से ही मन मे सदविचार आते हैं। शुद्ध मन व सात्विकता के लिए आहार महत्वपूर्ण है। मन मे ओज, प्रसन्नता व स्फूर्ति के लिए आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विद्यार्थी परीक्षा काल मे स्वस्थ बना रहे और अपना सर्वश्रेष्ठ दे ये कामना हरेक पालक की होती है इसी बात को ध्यान मे रखकर दैनिक अवंतिका ने देश की ख्यात आहार विशेषज्ञ श्रीमती बजाज से संपर्क करके उनकी सलाह ली ।
अभिभावक ये डाइट प्लान बनाएं और अपनाएं ****
दिन की शुरूआत कुछ इस तरह हो
> सुबह बच्चे को गुनगुना पानी एक गिलास दिया जाए। कभी कभी इसमे गर्म अजवायन या दालचीनी भी एक चौथाई चम्मच डाल सकते हैं।इससे बच्चे का एनर्जी लेवल बढता है।
> पानी पीने के लगभग डेढ घंटे बाद बच्चे को सूखे मेवे दें जिसमे दो अखरोट, दो बादाम व दो खजूर हों अंजीर भी दे सकते हैं।
> लगभग एक घंटे बाद गरम दूध एक गिलास दिया जाए।
> नाश्ते मे अंकुरित आहार सर्वोत्तम है।एक दिन छोङकर आप आल्टरनेट बेसन का चीला भी दे सकते हैं।
> दोपहर के भोजन मे संतुलित आहार जिसमे रोटी, दाल, हरी सब्जी व सलाद का समावेश हो वह दें।
> शाम को मौसमी फल दें जिसमे अमरूद, सेवफल, अंगूर दे या फिर मखाने घी मे सेंक कर दें। परमल की भेलपुरी भी दिया जा सकता है।
> रात के भोजन मे विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। ये जितना हल्का हो उतना अच्छा स्वास्थ की दृष्टि से रहेगा। रात्रि मे ओट्स , उपमा, खिचड़ी या दलिया उत्तम आहार होगा। एक घंटे बाद एक मग दूध दिया जाना चाहिए।