दूध की जांच के लिये सड़को पर उतारा खाद्य औषधि प्रशासन विभाग
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) दूध से बने खाद्य पदार्थो में मिलावट को लेकर कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य औषधि एवं सुरक्षा प्रशासन विभाग ने अभियान शुरू किया है। रविवार सुबह टीम सड़को पर उतारी और शहर में सप्लाय होने वाले दूध वाहनों को रोक कर सेंपलिंग की गई। औषधि प्रशासन की टीम ने लगातार पूरे जिले में मिलावट को लेकर जांच अभियान जारी रखने की बात कहीं है।खाद्य औषधि सुरक्षा प्रशासन अधिकारी बसंतदत्त शर्मा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में सुबह के समय दूध वाहनों की आवाजाही शहर में होती है। जिसको लेकर इंदौर-नागदा बायपास और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले रास्तों पर टीम ने दूध वाहनों को रोक सेंपल भरे है। सुबह के समय कई लोडिंग वाहनों के साथ बाइक से दूध का वितरण करने वालों को रोका गया था। दूध में पानी और यूरिया मिलावट की आशंका बनी रहती है। जो स्वास्थ्य के लिये नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसको लेकर टीम सड़को पर सुबह 6-7 बजे पहुंच गई थी। टीम ने ग्राम लेकोड़ा और बिछड़ौद की ओर से आने वाले लोडिंग वाहनों को रोका था। वहीं ग्राम निनौरा और बसंत विहार क्षेत्र में दो पहिया वाहनों पर रखी दूध टंकियों से सेम्पल लेकर जांच के लिये प्रयोगशाला भेजे गये है। जिन वाहनों से सेंपल लिया गया है, उसके चालक का नाम-पता और वाहन नबंर नोट किया गया है। वहीं दूध कहां से लाया जा रहा है इसकी जानकारी प्राप्त की गई है। गौरतलब हो कि रविवार को दूध की सेंपलिंग करने से पहले शनिवार को बसंतदत्त शर्मा की टीम महिदपुर पहुंची थी और दूध से बने खाद्य पदार्थो की सेंपलिंग की थी। इस दौरान कई दुकानों के लायसेंस भी चेक किये गये थे। जिसमें एक प्रतिष्ठान बिना लायसेंस संचालित होना समने आने पर उसे बंद कराया गया था।