यादगार रही पूर्व पार्षद की कार्यप्रणाली…आज भी लोग सेल्फी पॉइंट का ले रहे मजा…
उज्जैन। यह दृश्य देखकर आपको एहसास होगा कि आप कहीं वाटर पार्क या रिजॉर्ट अन्यथा किसी बेहतर पर्यटन स्थल पर है । लेकिन ऐसा नहीं है शहर के मध्य पूर्व पार्षद विजय सिंह दरबार के अथक प्रयासों से बनाए गए इस स्थल पर आज भी आम जनता मौज मस्ती के लिए पहुंच रही है । वार्ड क्रमांक 47 अंतर्गत इंदौर रोड दो तालाब में से एक मॉडल स्कूल तालाब आज नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण सेल्फी प्वाइंट साबित हो रहा है । यह शहर का पहला क्लोटिंग ब्रिज रहा है जो पानी में तैरता रहता है । पूर्व पार्षद विजय सिंह दरबार ने एक सफल प्लानिंग के तहत इस ब्रिज के निर्माण की नींव रखी थी जो आज सौ फीसदी सार्थक साबिर हो रही है । इस ब्रिज को बनाने का काम आसान नहीं था बनाने के लिए पहले तालाब में क्लोटिंग क्यूंब को डालकर नागरिकों के लिए एक रास्ता तैयार करना था ।
सही प्लानिंग और उचित देख-रेख में यह योजना सफल रही और वर्षों बाद भी आज तक इस निर्माण में कोई दिक्कत नहीं आई है । इस ब्रिज के निर्माण पर करीब 45 लख रुपए से अधिक का खर्च आया था और संपूर्ण राशि का उपयोग सिर्फ गुणवत्ता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खर्च किया गया था नतीजा यह आया है की आज भी पूर्व पार्षद विजय सिंह दरबार की कार्य प्रणाली के क्षेत्रवासी ही नहीं बल्कि दूर दराज से आने वाली जनता और आम नागरिक कायल है । वर्षों बाद आज भी यहां सैकड़ो युवा मोबाइल सेल्फी के लिए पहुंचते हैं इस तैरते ब्रिज की कल्पना बहुत ही तारीफे काबिल है क्योंकि वर्षो बाद भी इस ब्रिज में कोई शिकायत नहीं आई है यह शहर का पहला ही नहीं संभाग का पहला ऐसा निर्माण है जो गैलेमाइज पाइप के ऊपर एयर क्यूब पर खड़ा हुआ है । इस ब्रिज की चौड़ाई करीब 8 फीट तक है और दोनों तरफ तीन फीट ऊंची रेलिंग यहां आने वाले लोगों को सुरक्षा प्रदान करती है । कुल मिलाकर पूर्व पार्षद विजय सिंह दरबार का प्रयास जनता जनार्दन के लिए एक वरदान साबित हो रहा है।
रिपोर्ट विकास त्रिवेदी