हवा और बादलों से घिरी धार्मिंक नगरी में उठा धूल का गुबार -पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से बदला मौसम, तापमान में 2 डिग्री की गिरावट
दैनिक अवंतिका
उज्जैन। पश्चिम विक्षोभ की सक्रियता से उत्तर भारत में हो रही बर्फबारी के बाद नमी का वातावरण बनने और तेज हवा चलने से शहर का मौसम भी बदल रहा है। बुधवार को बादलों और हवा से घिरे शहर में धूल का गुब्बार उठता रहा। शनिवार तक मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा और तेजगति से हवा चलती रहेगी।
इस बार पश्चिम विक्षोभ की सक्रियता हर 8 से 10 दिन में दिखाई दे रही है। मौसम विभाग भी हैरत में है कि सालों बाद एक के बाद एक वेस्टन डिस्टर्बन्स इतनी तेजी से सक्रिय हो रहा है। फरवरी माह गुजरने को है और लगातार मौसम में बदलवा दिखाई दे रहा है। 17 फरवरी को सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर-भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हुई थी। जिसके बाद मौसम वैज्ञानिको ने सोमवार-मंगलवार बाद मौसम परिवर्तन का अलर्ट जारी करते हुए देश के कई प्रदेशों में बारिश और ओलावृष्टि की बात कहीं थी, जो अब मध्यप्रदेश के पूर्व हिस्से मे दिखाई भी दे रही है। बुधवार को हवा का रूख बदलने से मौसम करवट बदलता दिखाई दिया। सुबह से आसमान में बादलों की आवाजाही के बीच सूरज के तेज में कमी आ गई थी। हवा की रफ्तार 10 से 12 किलोमीटर प्रतिघंटे की होने पर धूल का गुब्बार उठता रहा। सड़को पर वाहन चलाना परेशानी भरी हो चुका था। जीवाजीराव वेधशाला अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार गुप्त ने बताया कि मौसम में आये बदलाव से अधिकतम तापमान सामन्य से 2 डिग्री कम 28 दर्ज हुआ है। इससे पहले मंगलवार-बुधवार को न्यूनतम तापमान में कमी आई थी। दिनभर चली तेज हवा के बाद शाम ढलने पर हवा की गति 8 किमी. प्रतिघंटे की रह गई थी। वेधशाला अधीक्षक के अनुसार गुरूवार-शुक्रवार को भी बादल छाये रह सकते है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढने के दौरान हल्की बूंदाबांदी की संभावना भी प्रतित हो रही है। माह के शेष दिन तापमान में उतार-चढ़ाव के बने रहेगें। 19 फरवरी को तापमान सामान्य से 2 डिग्री अधिक 32 डिग्री पहुंच गया था, ऐसा प्रतीत हुआ था कि गर्मी ने दस्तक दी है और मार्च के प्रथम सप्ताह में ही तापमान 35 से 40 डिग्री के करीब पहुंच जायेगा। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के चलते नमी बढ़ने से तापमान में गिरावट आई