इंडस्ट्रियल एरिया में खोले जाएंगे पालना घर, कामकाजी महिलाएं दिनभर छोड़ सकेंगी अपने बच्चे
इंदौर। शासन लगातार महिलाओं के मामले में उन्हें हर तरह से राहत प्रदान करने का कार्य कर रही है। नौकरी पेशा महिलाओं के लिए यह एक अच्छी खबर है। उन्हें अब काम पर जाने के समय अपने शिशुओं की जिम्मेदारी की चिंता से मुक्ति मिलेगी। सरकार ऐसी कामकाजी महिलाओं के बच्चों की देखभाल के लिए पालना घर खोलने की योजना पर अमल कर रही है। बताया जा रहा है कि पहले चरण में 50 से अधिक पालना घर बनाए जाएंगे।
यह पालना घर ऐसे क्षेत्रों में बनाए जाएंगे जहां औद्योगिक क्षेत्र अधिक है। यहां पर कामकाजी महिलाएं अपने बच्चों को सुबह से शाम तक छोड़कर जा सकेंगी। जानकारी अनुसार कुछ समय पहले शासन ने सभी जिलों से पालना घर खोले जाने के लिए प्रस्ताव मंगाए थे। इसमें महिला एवं बाल विकास विभाग इंदौर द्वारा शहरी क्षेत्रों में 60 पालना घर खोलने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
यह पालना घर उन स्थानों पर खोले जाएंगे, जहां पर ज्यादा कामकाजी महिलाएं हैं। अधिकारियों के अनुसार, पालना घर खोलने के लिए उन स्थानों का चयन किया गया है, जहां पर आसपास औद्योगिक इकाइयां या नौकरीपेशा महिलाएं रहती हैं। इस योजना के तहत पालना घर के संचालन और बच्चों की देखभाल के लिए दो कार्यकर्ताओं को नियुक्त किया जाएगा और उन्हें इसके लिए मानदेय भी दिया जाएगा।
आंगनवाड़ी केंद्रों में होंगे संचालित —
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, यह पालना घर आंगनवाड़ी केंद्रों में खोले जाएंगे। जहां पर आंगनवाड़ी नहीं है, वहां पर किराए के भवन लेकर उनमें इन्हें संचालित किया जाएगा। पालना घर खुलने पर यहां कामकाजी महिलाएं अपने बच्चों को छोड़कर काम पर जा सकेंगी और शाम 6 बजे तक बच्चे यहां पर रह सकेंगे। यहां पर बच्चों को न केवल पौष्टिक भोजन प्राप्त होगा, बल्कि उनके लिए प्ले- जोन भी बनाया जाएगा।