शिवपुरी में पकड़ाया अवैध मदरसा और हास्टल, मानव तस्करी का संदेह
बाल आयोग ने छापा मारा तो खुली पोल
शिवपुरी। मध्य प्रदेश बाल आयोग ने जब शिवपुरी में छापा मारा तो अवैध मदरसा और अवैध हॉस्टल मिले। मप्र बाल आयोग की सदस्य डा. निवेदिता शर्मा ने टीम के साथ शनिवार को शिवपुरी में दो संस्थाओं पर पिन पाइंट सूचना के आधार पर छापामार कार्रवाई की।
आयोग की सदस्य ने खुलासा किया कि बदरवास में संचालित मदरसा फैज-ए-सिद्दीकी नूर उल कुरान पूरी तरह से अवैध रूप से संचालित था। वहीं शिवपुरी में एसएनवी पब्लिक स्कूल मनीयर में संचालित हास्टल भी बिना मान्यता संचालित हो रहा था।
टीम पहुंचने के पहले ही बच्चे गायब
बाल आयोग की सदस्य और पूरी टीम के पहुंचने से पहले ही मदरसा सहित हास्टल से बच्चों को गायब कर दिया गया। निरीक्षण के दौरान बाल आयोग की सदस्य ने बच्चों को सामने लाने की बात मदरसा व हास्टल के संचालकों से कही, परंतु घंटों की मशक्कत के बाद भी बच्चों को सामने नहीं लाया गया।
मानव तस्करी का शक, एफआईआर होगी दर्ज
बाल आयोग की सदस्य ने मदरसा संचालक काजी मोहम्मद शराफत सहित हास्टल संचालक मदन लाल राठौर पर मानव तस्करी का संदेह जाहिर किया है, क्योंकि दोनों ही स्थानों पर बच्चों सहित संचालक संबंधी रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया जा सका। उन्होंने दोनों की संस्थाओं के संचालकों पर एफआईआर दर्ज करवाने की अनुशंसा की है।
थाली से उठाकर भगाए बच्चे, छिपा दिया सामान
जब बाल आयोग की सदस्य निरीक्षण के लिए पहुंचीं तो उनसे पहले उनके पहुंचने की सूचना हास्टल संचालक पर पहुंच गई। इसी के चलते हास्टल संचालक मदन लाल राठौर ने बच्चों को खाने की थाली पर से उठाकर कहीं छिपा दिया। हास्टल में बच्चों के रहने के पलंग तोड़ कर फेंक दिए। उनके जूते-चप्पलों को कट्टों में भरकर छिपा दिया।
मदरसा के बच्चों का भी रिकार्ड नहीं
आयोग की सदस्य के अनुसार बदरवास में संचालित मदरसा का रिकार्ड के अनुसार वहां 17 बच्चे रहते हैं, परंतु बच्चों का कोई स्कूल रिकार्ड नहीं है। डा निवेदिता शर्मा के अनुसार मदरसा के संचालक काजी मोहम्मद शराफत का कहना था कि बच्चे रमजान के चलते घरों पर चले गए हैं। उन्होंने मदरसे की बैलेंस शीट तो बताई लेकिन यह नहीं बताया कि मदरसा संचालन के लिए उन्हें ग्रांट कहां से मिलती है, मदरसे की आय का स्रोत क्या है। ऐसे में आयोग की सदस्य ने मदरसा की गतिविधियों को भी प्रथम दृष्टया संदिग्ध माना है।