इंदौर में जल संकट से हाहाकार- आधा शहर प्यासा, दिनभर दौड़ रहे टैंकर भी नाकाफी
इंदौर। जलूद के करीब फूटी नर्मदा की बड़ी पाइप लाइन को सुधारने का काम बुधवार देर रात तक जारी था। इसके चलते शहर की 67 टंकियां खाली रहीं। बुधवार की तरह गुरुवार को भी शहर के अधिकांश हिस्से में जलसंकट बना रहा। बुधवार को नगर निगम ने 157 टैंकरों के जरिए जलवितरण व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया जो नाकाफी साबित हुआ। कई क्षेत्रों में रहवासी परेशान होते रहे। पाइप लाइन मंगलवार सुबह फूटी थी।
फाल्ट तलाशने में लगे 33 घंटे
फाल्ट तलाशने में ही नगर निगम को 33 घंटे से ज्यादा का समय लग गया। सुधार काम में लगे दल को बुधवार देर शाम पता चला कि सप्लाय लाइन में मेनहोल के पास लगा बडा ढक्कन पानी के दबाव के चलते हट गया है। इसे तलाशने के बाद पाइप लाइन में पानी कम करने की कवायद शुरू हुई। रात करीब साढ़े 10 बजे पानी कम होने के बाद सुधार काम में लगी टीम ने वेल्डिंग का काम शुरू किया। देर रात तक काम जारी था।
कल स्थिति हो सकती है सामान्य
नर्मदा प्रोजेक्ट इंचार्ज संजीव श्रीवास्तव के मुताबिक टंकियां नहीं भरा पाने की वजह से गुरुवार को भी आधे शहर में पानी का संकट बना रहेगा। शुक्रवार से स्थिति सामान्य होने की संभावना है। जिस पाइप लाइन से जलूद से इंदौर के लिए नर्मदा जल लाया जाता है वह मंगलवार सुबह अचानक फूट गई थी। लाइन फूटने से बहा लाखों गैलन पानी आसपास के खेतों में भरा गया था। मंगलवार को ही नगर निगम की टीम मौके पर पहुंच गई थी। टीम ने मंगलवार देर शाम लाइन सुधारने का काम शुरू कर भी दिया था, लेकिन उसे फाल्ट तक पहुंचने में
लंबा समय लगा।