नागपुर से पकड़ाई स्वीडन की युवती का बेग चुराने वाली महिलाएं

दैनिक अवंतिका उज्जैन। आयुर्वेद पर शोध के लिये स्वीडन से आई युवती का हेंड बेग 25 फरवरी को चोरी हो गया था। मामला विदेशी शोधार्थी से जुड़ा होने पर एसपी प्रदीप शर्मा ने मामले को गंभीरता से लिया था और नीलगंगा थाना पुलिस को प्रकरण दर्ज कर बेग चुराने वालों की तलाश करने के निर्देश जारी किये थे। चार दिनों बाद पुलिस ने नागपुर की रहने वाली तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया और शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया। स्वीडन से फ्रांसेस्का ब्रूनी पिता मासेर्लो ब्रूनी 24 फरवरी को अपने दोस्त लूका चियापिनी कार्पेन के साथ आयुर्वेद पर शोध करने के लिये आई थी। फ्रांसेस्का महानंदानगर में रंंहने वाली आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. मेघा पति आशीष शर्मा के संपर्क में थी और महेशनगर स्थित बेस्ट होम स्टे में ठहरी थी। 25 फरवरी की दोपहर ई-रिक्शा से वह दोस्त लूका के साथ उज्जैन घूमने निकले थे। शाम को गढ़कालिका मंदिर से वापस लौट रहे थे। इस दौरान फ्रांसेस्का को हरिफाटक ब्रिज पर बेग गायब होने की जानकारी लगी। उसने डॉ. मेघा शर्मा को कॉल किया और बेग गायब होने की बात बताई। डॉ. शर्मा ने नीलगंगा थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी। बेग में भारतीय करेंसी 10 हजार के साथ स्वीडन और इटालियन आईडी कार्ड, इटालियन ड्रायविंग लायसेंस, स्वेड बैंक का स्वीडीस डेबिट कार्ड,पोस्ट पे एवं यूनिक क्रेडिड के इटालियन डेबिड कार्ड और हेल्थ इंशोरेंसन कार्ड रखा था। नीलगंगा पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे। जिसके आधार पर तीन महिलाएं दिखाई दी। जिनका हुलिया ट्रेस करने पर सामने आया कि महिलाएं नागपुर के सतरापुर गांव कर रहने वाली है। टीआई विवेक कनोडिया, एसआई हेमलता शाक्ता, प्रधान आरक्षक राहुल कुशवाह, प्रेम समरवाल आरक्षक महेन्द्र के साथ नागपुर पहुंचे और तीनों महिलाओं को गिरफ्तार कर उज्जैन लाए। जिनके पास से सभी विदेशी दस्तावेज बरामद कर लिये गये है।