लखनऊ में यादव महाकुंभ : मप्र के सीएम मोहन यादव का चला जादू
लखनऊ में लगे ‘यादव चला मोहन के साथ’ वाले बैनर पोस्टर
भोपाल/लखनऊ। मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को लखनऊ में आयोजित यादव महाकुंभ में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। उप्र के कई जिलों से लखनऊ आए यादव समाज के लोगों को संबोधित किया। समाज के लोगों ने किया मुख्यमंत्री डॉ यादव का भव्य स्वागत किया। उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा भेंट की।
लखनऊ में जमा हुए यादव
दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश और बिहार से होकर गुजरता है। उत्तर प्रदेश की 80 और बिहार की 40 लोकसभा सीटों को आगामी लोकसभा चुनावों की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इन दोनों राज्यों में अधिक से अधिक सीटें अपनी झोली में लाने के लिए भाजपा इस साल की शुरूआत से ही खासी सक्रिय है। भाजपा उत्तर प्रदेश में अपने “मोहन कार्ड” के जरिए यादव वोट बैंक पर सेंधमारी की बड़ी तैयारी में दिखाई दे रही है। भाजपा इस बात को बखूबी समझ रही है, अगर दिल्ली फतह करना है तो बिहार और यूपी में अपनी जड़ें मजबूत करनी होगी। जहां की सियासत में यादव समाज का सबसे बड़ा प्रभाव रहा है।
सीएम मोहन के कंधों पर आई बड़ी जिम्मेदारी
युवा तुर्क अखिलेश यादव भाजपा की बड़ी जीत की राह में सबसे बड़ा रोड़ा भी हैं। ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपनी नई राजनीतिक जमावट शुरू कर दी है, जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अखिलेश के यादव वोट बैंक के सामने बड़ी चुनौती पेश करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव यूपी की सियासत में भाजपा के लिए बड़ा ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं, जिसकी दूसरी झलक यूपी की राजधानी लखनऊ में आयोजित होने जा रहे पहले यादव महाकुंभ में देखने को मिल रही है।
यूपी में मोहन यादव से विपक्षियों को टेंशन
माना जा रहा है कि भाजपा डॉ. मोहन यादव के जरिए उत्तर प्रदेश में सपा के यादव वोट बैंक को कमजोर करना चाहती है। क्योंकि मोहन यादव के बिहार दौरे के बाद यादव वोट बैंक बीजेपी की तरफ उत्साहित नजर आया था। अब यूपी में यादव महाकुंभ में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने स्वजातियों को लुभाने वाले हैं।