तर्पण के लिये उज्जैन आ रहा था मालवीय परिवार महिदपुर के पास 10 फीेट गहरी खंती में गिरी ट्रेक्टर-ट्राली

दैनिक अवंतिका
उज्जैन। परिवार में हुई गमी के बाद तर्पण के लिये सोमवार को उज्जैन आ रहे परिवार की ट्रेक्टर-ट्राली 10 फीट गहरी खंती में जा गिरी। घटना में परिवार के 15 से अधिक लोग घायल हुए है। घटनाक्रम महिदपुर के पास हुआ। पांच घायलों को उपचार के लिये जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।महिदपुर के ग्राम धाराखेड़ा में रहने वाले नारायण मालवीय की भाभी जानीबाई को 10 दिन पहले निधन हो गया था। सोमवार को परिवार गांव में रहने वाले मांगीलाल पटेल की ट्रेक्टर-ट्राली लेकर तर्पण-पिंडदान के लिये उज्जैन के सिद्धवट घाट आ रहा था। ट्रेक्टर नारायण का पुत्र पंकज चला रहा था। ग्राम लसुड़िया के यहां सामने से आ रहे वाहन को बचाने का प्रयास करते हुए पंकज का संतुलन बिगड़ गया और ट्रेक्टर-ट्राली सड़क से नीचे उतरकर 10 फीट खंती गहरी खंती में जा गिरी। ट्रेक्टर-ट्राली पलटते पर आसपास के लोग उसमें सवार लोगों को बचाने के लिये पहुंचे। ट्राली में महिलाएं और बच्चे सवार थे। जिन्हे बाहर निकाला गया और उपचार के लिये महिदपुर अस्पताल पहुंचाया गया। घटनाक्रम में 15 से अधिक लोग घायल हुए थे। जिन्हे डॉक्टरों ने भर्ती कर उपचार की शुरूआत की। इस दौरान कैलाशबाई पति अशोक, उसकी बेटी चंदा पिता अशोक, रिश्तेदार संगीता पति विक्रम, गीता पति पूनमचंद और गायत्री पिता रमेश को गंभीर चोंट होने पर जिला अस्पताल के लिये रैफर कर दिया गया। जिन्हे परिजन उज्जैन लेकर पहुंचे। ट्रेक्टर-ट्राली के खंती में गिरने की खबर मिलने पर पुलिस पहुंच गई थी। ट्रेक्टर चला रहे पंकज मालवीय को भी चोंट लगी है। जिसका उपचार महिदपुर में चल रहा है। गनीमत रही कि ट्राली में सवार महिलाओं के साथ मासूम बच्चे थे, जिन्हे चोंट नही लगी है। वहीं कोई भी ट्राली के नीचे नहीं दबा, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
घटनास्थल मार्ग पर लगी वाहनों की कतार
ट्रेक्टर-ट्राली के खंती में गिरने की घटना सुबह 9 बजे के लगभग होना सामने आई है। हादसे के बाद उसमें सवार लोगों को बचाने के लिये मार्ग से गुजर रहे लोगों ने अपनी वाहन रोक दिये थे और खंती में उतर गये थे। जिसके चलते घटनास्थल मार्ग पर वाहनों की कतार लग गई थी। करीब पौन घंटे तक मार्ग पर आवागम बाधित बना रहा। इस दौरान 108 एम्बुलेंस भी पहुंच गई थी। सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाने के बाद पुलिस ने मार्ग से वाहनों को रवाना कर यातायात शुरू कराया।