उज्जैन नगर निगम में आउटसोर्स पर टेंडर को लेकर गहराया टकराव
आज निगम परिषद सम्मेलन करेगा आखिरी फैसला
कई प्रस्तावों पर सदन में हंगामे के आसार
ब्रह्मास्त्र उज्जैन
आउटसोर्स पर कर्मचारियों को रखे जाने के टेंडर को लेकर उज्जैन नगर निगम में टकराव गहरा गया है। एमआईसी ने इसे बिना अपनी मंजूरी के निगम परिषद को लौटा दिया है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब एमआईसी में पास हुए बिना कोई प्रस्ताव सदन में रखा गया। आज सुबह 11.30 बजे नगर निगम का सम्मेलन शुरू हुआ, जिसमें कई प्रस्तावों पर फैसला होगा। सम्मेलन में विपक्ष कई मुद्दों को लेकर हंगामा करने की तैयारी में है।
परिषद में बजट पर मुख्य रूप से चर्चा होगी, लेकिन 60 करोड़ रुपए के आउटसोर्स टेंडर पर भी सभी की दृष्टि रहेगी। सदन ने पहले एमआईसी की मंजूरी बगैर ही इसे पास कर दिया था और बाले-बाले ही इसे एमआईसी की प्रत्याशा में मंजूरी दे दी थी। इस वजह से एमआईसी ने भी इसे यथावत निगम परिषद सम्मेलन पर छोड़ दिया है। आउटसोर्स टेंडर को लेकर नगर निगम में भाजपा के ही भीतर टकराव बना हुआ है। एक धड़ा चाहता है दो अलग अलग टेंडर लगाए जाएं लेकिन निगम आयुक्त आशीष पाठक ने एक ही टेंडर लगा दिया। यह 0.1 प्रतिशत बिलो में आया है, जबकि पहले 6 प्रतिशत से ज्यादा का था। इस कारण एमआईसी ने इस टेंडर को लेकर दूरी बना ली है।
विपक्ष घेरेगा नगर सरकार को
विपक्ष इस बार नगर सरकार को घेरेगा। इसकी रणनीति तैयार की गई है। लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे इस सम्मेलन के माध्यम से कांग्रेस लोगों तक राजनीतिक संदेश पहुंचाने की कोशिश करेगी। इस कारण हंगामे के आसार ज्यादा हैं।
दीप प्रज्वलन का रिकॉर्ड बनाने को मिलेगी हरी झंडी
आज के सम्मेलन में बजट पर चर्चा के साथ गुड़ीपड़वा पर दीप प्रज्वलन का नया रिकॉर्ड बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी जा सकती है। गेल इंडिया प्रा लि द्वारा कचरे से गैस बनाने के प्रस्ताव को भी पारित किया जा सकता है।