महाशिवरात्रि का बिखरा उल्लास….बाहर से आने लगे श्रद्धालु…भीड़ प्रबंधन बनेगी चुनौती…

उज्जैन। शहर में महाशिवरात्रि का उल्लास बिखरा है। भले ही कल 8 मार्च को महाशिवरात्रि मनाई  जाएगी लेकिन शहर में बाहरी शहरों के श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी हो गया है। महाकाल मंदिर में आज रात 12 बजे बाद से दर्शनार्थियों की कतार लगना शुरू हो जाएगी लेकिन भक्त इसके पहले से ही कतार में भी आकर खड़े हो जाएंगे।  इधर बीते वर्षों का यदि इतिहास उठाकर देखा जाए तो प्रशासन के समक्ष भीड़ प्रबंधन हमेशा से ही चुनौती बनी रहती है और निश्चित ही इस बार भी प्रशासन के सामने भीड़ प्रबंधन चुनौती बनी हुई है। महाकाल लोक बनने के बाद से शहर में बाहर से आने वाले श्रद्धालुआंे की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हो गइ्र है और इस कारण महाकाल मंदिर परिक्षेत्र के साथ ही हरसिद्धि,  आदि क्षेत्रों में संचालित होने वाली होटलों लाॅजों और धर्मशालाओं के संचालकों की चांदी कट रही है। विशेष अवसरों पर तो इन संचालकों द्वारा मनमर्जी से किराया भी वसूले जाने की शिकायत सामने आती रही है बावजूद इसके प्रशासन के जिम्मेदार संचालकों पर लगाम कसने की दिशा में सार्थक प्रयास नहीं करते है।
वीआईपी के चक्कर में ध्वस्त हो जाती है व्यवस्था….

चाहे महाशिवरात्रि का अवसर हो या फिर चाहे सावन माह या फिर चाहे नागपंचमी जैसे अवसर ही क्यों न हो मंदिर में वीआईपी और वीवीआईपी श्रद्धालुओं का आगमन बना ही रहता है। यूं भले ही प्रशासन ’महाकाल के दरबार में सब समान’ होने जैसी बातों को यर्थाथ के धरातल पर उतारने का दंभ भरते रहा हो लेकिन देखने में यही आता है कि वीआईपी के चक्कर में आम श्रद्धालुओं के लिए बनाई गई सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो जाती है और ऐसे में मंदिर में कतार में दर्शन करने के लिए खड़े श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जाम की स्थिति…कैसे निपटेंगे….

महाकाल घाटी, तोपखाना, हरिफाटक ब्रिज, महाकाल चौराहा, गुदरी आदि ऐसे क्षेत्र है जहां तंग गलियों में भी होटलों का संचालन किया जाता है और यहां बाहर से आने वाले लोगों को ठहरने के लिए कतिपय ई रिक्शा और ऑटो चालकों के बीच प्रतिस्पर्धा बनी रहती है। यही कारण है कि गलियों में ई रिक्शा और ऑटो चालकों की कतार लगी रहती है और फिर जाम की स्थिति बनती रहती है। इसके अलावा उपरोक्त स्थानों पर भी हर दिन घंटों जाम बना रहता है। भले ही महाशिवरात्रि को लेकर यातायात व्यवस्था का प्लान किया गया हो लेकिन सवाल यह उठता है कि यातायात पुलिस विभाग  महाशिवरात्रि के एक दिन पहले अर्थात आज और कल के साथ ही दूसरे दिन जाम की स्थिति से कैसे निपटेगा…! क्योंकि दावे तो किए जाते है लेकिन ये दावे हमेशा फेल होते रहे है।

दोपहर की भस्म आरती….वीआईपी का ही बना रहता है कब्जा

गौरतलब है कि वर्ष में एक बार ही ऐसा अवसर आता है जब महाशिवरात्रि के दूसरे दिन महाकाल की भस्म आरती दोपहर 12 बजे से होती है। इसके लिए भी प्रशासन अलग से बंदोबस्त करता है और भस्मारती शुरू होने के करीब दो घंटे पहले से ही सामान्य श्रद्धालुओं को मंदिर से बाहर करने की शुरुआत कर दी जाती है अर्थात मंदिर पूरी तरह से खाली करा लिया जाता है लेकिन अक्सर यही देखा जाता रहा है कि दोपहर की होने वाली भस्म आरती दर्शन करने के लिए नंदी हाॅल में तो इंदौर और भोपाल के साथ ही उज्जैन के वीआईपी लोगों की ही कब्जा बना रहता है।
उज्जैन में भयो…जय महाकाल की
उज्जैन के महाकाल मंदिर में शिव नवरात्रि का उल्लास छाया रहा। नौ दिनों तक भूत भावन भगवान महाकाल के विविध श्रृंगार किए गए और भक्त भी बाबा के दर्शन कर अभिभूत हो गए। महाकाल की महिमा निराली है।  इधर अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार शिवरात्रि पर दस लाख से अधिक श्रद्धालु उज्जैन आएंगे। महाकाल मंदिर को फूलों से सुसज्जित कर दिया गया है  महाशिवरात्रि पर भी देशी-विदेशी फूलों के साथ विद्युत रोशनी कर सजावट करने का काम आज 7 मार्च से शुरू होगा और रूट प्लान को भी जारी कर दिया गया है। दर्शनार्थियों की सुविधा और सुरक्षा व्यवस्था के लिए मंदिर समिति और प्रशासन की ओर से करीब 750 सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से नजर रखी जाएगी। मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि मंदिर समिति और प्रशासन की ओर से लगने वाले करीब 750 सीसीटीवी कैमरों से पार्किंग स्थल से मंदिर तक नजर रखी जाएगी। भीड़ वाले क्षेत्र में ड्रोन कैमरे लगेंगे। सभी कैमरे मंदिर के श्री महाकाल लोक और फैसिलिटी सेंटर स्थित कंट्रोल रूम से अटैच रहेंगे। यहां पर मंदिर समिति व पुलिस और प्रशासन के अधिकारी नजर रख सकेंगे।
अस्थाई अतिक्रमण बनते है बाधक
महाकाल मंदिर के साथ ही विशेषकर गोपाल मंदिर पटनी बाजार गुदरी आदि क्षेत्रों में अस्थाई अतिक्रमण यातायात और भीड़ प्रबंधन के लिए बाधक बनते है। हालांकि नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक ने मंदिर क्षेत्र मंे यातायात व्यवस्था सुगम बनी रहे इसके लिए अतिक्रमण गैंग को महाकाल क्षेत्र में सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए है वहीं मार्ग के अस्थाई अतिक्रमण हटाने की भी कार्रवाई करने के लिए
कहा है। पाठक ने को समयावधि बैठक में निगम अधिकारियों को दिए। बैठक में महाशिवरात्रि की व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुए आपने निर्देशित किया कि महाकाल मंदिर परिक्षेत्र के साथ-साथ अन्य धार्मिक स्थलों पर भी नगर निगम द्वारा व्यापक रूप से साफ सफाई व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, चालित शौचालय, पेयजल सप्लाई इत्यादि की सुविधा मुहैया कराई जाए, अगले आने वालें 72 घंटे तक नगर निगम अमला, वरिष्ठ अधिकारियों एवं अतिक्रमण रिमूवल गैंग के सतत् रूप से मॉनिटरिंग करने का कार्य करेंगे ताकि शहर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। निगम आयुक्त ने बैठक में सख्त रूप से हिदायत दी गई की दिए गए निर्देशों का शत प्रतिशत पालन हो कही किसी प्रकार की कमी नही रहे। निगम आयुक्त द्वारा नगर निगम से संबंधित टीएल प्रकरणों के साथ ही अन्य प्रचलित कार्यो की समीक्षा की गई। बैठक मे विभागवार लंबित प्रकरणों की सूक्ष्मता से जांच करते हुए उन्हें शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। आपने सीएम हेल्पलाइन, उत्तरा पोर्टल, कलेक्टर टीएल तथा निगम कंट्रोल रूम पर प्राप्त शिकायतों की समीक्षा की गई एवं प्राप्त शिकायतों को समय सीमा ने निराकरण करने के निर्देश दिए। निगम आयुक्त ने बैठक में सख्त हिदायत दी की शहर में कही भी अतिक्रमण ना हो नगर निगम के पास पर्याप्त संसाधन है पुलिस प्रशासन से सहयोग लेते हुए शहर में अतिक्रमण हटाए जाने की कार्यवाही की जाए। व्यवसाईक क्षैत्रों में अतिक्रमण गैंग सतत् निगरानी करे एवं सड़कों पर होने वाले अस्थाई अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही निरंतर की जाए इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए की दोबारा अतिक्रमण ना हो।
निशुल्क चलाई जाएगी  बसे
महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने  बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर बेहतर व्यवस्था के लिए तैयारियां सुनिश्चित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर और देवास से आने वाले वाहनों के लिए विभिन्न स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। जिसमें सबसे पहले कर्कराज पार्किंग, उसके बाद मेघदूत पार्किंग , इंजीनियरिंग ग्राउंड , शांति धाम और तपोभूमि को पार्किंग व्यवस्था की जाएगी। बड़नगर की तरफ से आने वाले वाहनों के लिए कार्तिक मेला स्थल पर पार्किंग रहेगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान पर्याप्त संख्या में बसे निशुल्क चलाई जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं को मंदिर के समीप तक आने और जाने की सुविधा रहेगी।
24 घंटे राउंड द क्लॉक हेल्प डेस्क
उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर 24 घंटे राउंड द क्लॉक हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे। मंदिर परिसर सहित लगभग विभिन्न स्थानों पर 25  हेल्प   डेस्क लगाए जाएंगे, जिसमें लगभग तीन व्यक्ति कार्य करेंगे। जिसमें आगुंतक किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। जगह-जगह डिस्प्ले बोर्ड भी लगाए जाएंगे। जिसमें श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने पार्किंग सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
 महाशिवरात्रि के दौरान चलित भस्म आरती
प्रशासक श्री सोनी ने बताया कि महाशिवरात्रि के दौरान चलित भस्म आरती की जाएगी। लगभग 2 किलोमीटर के अंदर ही श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश और दर्शन और भ्रमण कर प्रस्थान कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में लगभग हर ढाई सौ मीटर पर पानी की व्यवस्था, 300 से 400 मीटर पर चलित शौचालय की व्यवस्था रहेगी। संपूर्ण व्यवस्थाओं का सीसीटीवी के माध्यम से सर्विलेंस किया जाएगा। जगह-जगह एलईडी लगाई जाएगी। जिसके माध्यम से श्रद्धालु भगवान के दर्शन कर सकेंगे। लगभग 50 मजिस्ट्रेट ड्यूटी सहित, मंदिर, पुलिस, राजस्व सहित विभिन्न विभागों के अमला और अन्य एजेंसियां भी तैनात रहेगी। बताया गया कि वरिष्ठ जनों और दिव्यांगजनों के लिए नीलकंठ सहित विभिन्न पार्क प्रवेश स्थलों पर ई कार्ट की भी व्यवस्था रहेगी। 12 जगह पर मेडिकल टीम तैनात रहेगी और तीन स्थानों पर एंबुलेंस व्यवस्था की गई।