सीयूईटी के निराले काम —
परीक्षा केंद्र मांगा इंदौर, उज्जैन ,भोपाल और दे डाला मुंबई, राजस्थान
इंदौर। पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए रखी गई सीयूईटी की परीक्षा के लिए छात्रों ने फार्म में केंद्र के नाम इंदौर, भोपाल, उज्जैन, देवास भरे थे, लेकिन कई छात्रों को कोटा, उदयपुर, जयपुर और मुंबई जैसे शहरों में परीक्षा देने के एडमिट कार्ड मिले हैं। छात्रों ने इस पर आक्रोश जाहिर किया है, क्योंकि बगैर सोचे समझे सीयूईटी ने उनके साथ यह घोर अन्याय किया है। छात्रों का कहना है कि यह हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
केंद्रीय व राज्य स्तरीय शैक्षणिक संस्थानों से संचालित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश को लेकर 11 मार्च से 28 मार्च के बीच कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) पीजी होगी। इन दिनों परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने एडमिट कार्ड जारी किए हैं।
कुछ विद्यार्थियों ने सेंटर आवंटन की प्रक्रिया में बेहद लापरवाही बताई है।
विद्यार्थियों का आरोप लगाते हुए कहना है कि फार्म में जिन शहरों में सेंटर का नाम उल्लेख किया था। उसकी बजाए अन्य राज्यों में परीक्षा केंद्र बनाए है। मामले में छात्र-छात्राओं ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में शिकायत दर्ज की है, क्योंकि इन्होंने विश्वविद्यालय से संचालित 43 पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश को लेकर रूचि दिखाई है। वैसे विश्वविद्यालय प्रशासन इस संबंध में शनिवार को एनटीए को ई-मेल कर इन विद्यार्थियों के सेंटर बदलने का आग्रह करेगा।
विश्वविद्यालय के पंद्रह विभागों से संचालित 43 पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए सीयूईटी रखी गई है, जिसमें 1500 सीटों के लिए 42 हजार विद्यार्थियों ने रुचि दिखाई है। डीएवीवी से अध्ययन करने वाले अधिकांश विद्यार्थियों ने मध्य प्रदेश से परीक्षा देना तय किया था। इसके आधार पर फार्म में इंदौर-भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन और देवास जैसे सेंटर भरे गए थे। मगर एक दर्जन से ज्याद छात्र-छात्राओं ने पसंदीदा सेंटर नहीं मिलने पर आपत्ति जताई है।
विद्यार्थियों को कोटा-जयपुर, उदयपुर और मुंबई जैसे शहरों में परीक्षा देना होगा। एडमिट कार्ड जारी होने के बाद विद्यार्थियों ने सेंटर बदलने की गुहार लगाई है।