विश्वविद्यालय मरीजों की देखभाल के लिए तीन माह का कोर्स छात्रों को करायेगा
अप्रैल से शुरू होगा कोर्स, अस्पतालों से अनुबंध शुरु
इंदौर। एकल परिवार होने से घर में मरीजों की देखभाल करना अहम विषय है। यही वजह है कि अब कुशल पेशेंट केयर असिस्टेंट की जरूरत महसूस होने लगी है, वह ताकि वह मरीजों का ख्याल रखने के अलावा उन्हें दवा व इंजेक्शन देने के साथ बाकी जरूरी काम भी कर सके।
इन बातों को ध्यान में रखते हुए देवी अहिल्या विश्वविद्यालय तीन महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है। इस कोर्स के बाद छाल प्रारंभिक नर्स की भूमिका में अपनी सेवाएँ दे सकेगा। 20 सीटों वाले इस पाठ्यक्रम की शुरुआत अप्रैल से होगी। विश्वविद्यालय और अस्पताल के बीच अनुबंध किया जाएगा।
विश्वविद्यालय के मुताबिक कुशल पेशेंट केयर असिस्टेंट की डिमांड बढ़ गई है। अस्पताल और घर में मरीजों का देखभाल के लिए अच्छा वेतन भी दिया जाना लगा है। विश्वविद्यालय के दीनदयाल उपाध्याय कौशल केन्द्र द्वारा वसेंटाइल सोसायटी एवं निजी अस्पताल के साथ मिलकर तीन माह अवधि वाला पेशेंट केयर असिस्टेंट का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू
किया जा रहा है।
पेशेंट केयर असिस्टेंट की बढ़ रही है मांग-
इस कोर्स का उद्देश्य मरीज़ की देखभाल के लिए इच्छुक विद्यार्थियों को प्रशिक्षित कर उन्हें कुशलता से कार्य करने के लिए तैयार करना है, क्योंकि परिवार मे वृद्धजनों अथवा अन्य सदस्यों को चिकित्सा संबंधी जरूरतों व देखभाल के लिए कुशल सहायकों के लिए अस्पताल से संपर्क किया जाता है। मगर इनकी बढ़ती डिमांड के चलते अस्पतालों में भी जरूरत पड़ने लगी है। इसके लिए परिवार 20 से 30 हजार रुपये हर महीने खर्च करने को तैयार है। अभी इस प्रकार की सुविधा देने वाली एजेंसियां हर महीने तीस से तीस हजार रुपये तक शुल्क वसूल रही है।
पाठ्यक्रम में 20 से 30 सीटें इन दिनों पेशेंट केयर असिस्टेंट सप्लाई करने के लिए भी आउटसोर्सिंग एजेंसी है, मगर उनके पास प्रशिक्षित व्यक्ति नहीं है। इसके चलते केंद्र पाठ्यक्रम तैयार करने में लगा है। विद्यार्थियों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ प्रैक्टिकल नालेज भी दिया जाएगा। केंद्र की प्रभारी डा. माया इंगले ने बताया कि कोर्स की फीस नाममात्र रखी जाएगी।
प्रवेश संबंधित पात्रता में कम से कम 12वीं उत्तीर्ण अनिवार्य रखा है। पाठ्यक्रम में 20 से 30 सीटें रखी जाएंगी। कोर्स पूरा होते ही अस्पतालों में ट्रेनिंग देंगे। कक्षाएं अप्रैल से शुरू की जाएंगी।