इंदौर यूनिवर्सिटी में पीएचडी करवाने के लिए गाइड ने नहीं दीं सीटों की जानकारी, एंट्रेंस एक्ज़ाम अटकी
ब्रह्मास्त्र इंदौर। पीएचडी के लिए होने वाली देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) की डाक्टरल एंट्रेंस टेस्ट (डीईटी-21) अटक गई है। पीएचडी गाइड की सीटों का ब्यौरा अभी तक नहीं आया है। यहां तक गाइड ने भी सहमति नहीं दी है। विभागों को 25 दिसंबर तक का समय दिया है। इससे विश्वविद्यालय को प्रवेश परीक्षा की तारीख तय करने में परेशानी हो रही है। वहीं रजिस्ट्रेशन भी शुरू नहीं हो पाया है। अधिकारियों के मुताबिक संक्रमण की स्थिति को देखते हुए परीक्षा को लेकर फैसला लिया जाएगा। वहीं जनवरी से पहले डीईटी होना संभव नहीं है, जबकि उम्मीदवार दो साल से डीईटी का बेसब्री से इंतजार करने में लगे हैं।
दो साल से नहीं हुई डीईटी
दिसंबर 2019 में डीईटी करवाई गई थी। संक्रमण के चलते दो सत्र से पीएचडी में प्रवेश नहीं हुए है। इस बार कम संक्रमण होने से विश्वविद्यालय ने डीईटी करवाने का विचार किया। विभागों से नवंबर में पीएचडी की खाली सीटों की जानकारी मिलीं, जिसमें 32 विषय में 800 सीटें हैं। मगर गाइड की सीटों का ब्यौरा अभी तक नहीं आया हैं। यह डाटा आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन डीईटी के लिए विज्ञापन जारी करेगा। उसके बाद आवेदन बुलवाए जाएंगे, लेकिन पीएचडी गाइड की लापरवाही के चलते अभी तक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। सीटों का डाटा बुलवाने का काम विभागों को सौंपा है, जिसमें ऐसे कितने गाइड है जो अपने मार्गदर्शन में शोध करवाने को राजी हैं। साथ ही कितनी सीटें उम्मीदवारों को आवंटित की जाएंगी। यह जानकारी 25 दिसंबर तक बुलाई है। प्रभारी रजिस्ट्रार अनिल शर्मा का कहना है कि परीक्षा को लेकर जल्द बैठक बुलाई जाएगी। उसके बाद निर्णय लेंगे।