डेमेज कंट्रोल के लिए कांग्रेस निष्कासितों की वापसी करेगी

दैनिक अवन्तिका ब्रह्मास्त्र बुलेटिन …उज्जैन -उज्जैन –आलोट संसदीय क्षेत्र में करीब 18 नेताओं का विधानसभा चुनाव के बाद हुआ था निष्कासन उज्जैन। नेताओं के पार्टी से जाने का सिलसिला रोकने के लिए कांग्रेस डेमेज कंट्रोल करने की स्थिति में दिखाई दे रही है। इसके चलते आगामी दिनों में उज्जैन –आलोट लोकसभा क्षेत्र में निष्कासित नेताओं की पार्टी में वापसी हो सकती है। इसकी शुरूआत इंदौर से हो चुकी है। विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी से निष्कासित नेता की वापसी पार्टी में की गई है।कांग्रेस से बराबर बडे नेताओं के साथ ही छोटे नेता भी भाजपा में शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश स्तर के कई दिग्गज नेता इसका हिस्सा बन चुके हैं। उनके साथ ही क्षेत्रीय स्तर पर जिलों में उनके समर्थक भी उनके साथ जिलों में भाजपा ज्वाईन कर रहे हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बडे झटके की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। बराबर भाजपा खेमे से यह बात सामने आ रही है कि चुनाव से पूर्व दिग्गज कांग्रेसी भाजपा की शरण में होंगे। यह स्थिति हाल ही में सुरेश पचौरी के भाजपा में शामिल होने के दौरान सामने आई है। उनके समर्थकों में उज्जैन जिले में भी बडी उपस्थिति रही है।8 विधानसभा क्षेत्र में करीब 18 निष्कासित-विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने अधिकृत प्रत्याशी के विरूद्ध काम करने वाले कांग्रेस के ही क्षेत्रीय दिग्गज नेताओं को अनुशासन का पाठ पढाने के लिए निष्कासित किया था। उज्जैन –आलोट संसदीय क्षेत्र में शामिल 8 विधानसभा क्षेत्र से करीब 18 कांग्रेस नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। इनमें से कुछ कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के विरूद्ध ही चुनाव मैंदान में उतरे थे। प्रत्याशियों की शिकायत और प्रदेश कांग्रेस के सामने आए मामलों के बाद यह कार्रवाई की गई थी।इंदौर में वापसी तो अब यहां भी तय है-कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि इंदौर जिले में एक दिग्गज नेता को अधिकृत प्रत्याशी के विरूद्ध सामने आने पर उन पर निष्कासन की कार्रवाई की गई थी। उन्हें वापस कांग्रेस में ले लिया गया है। इस मामले के बाद उज्जैन – आलोट संसदीय क्षेत्र में भी निष्कासित किए गए करीब 18 नेताओं की वापसी होना तय है।उजजैन उत्तर-दक्षिण से एक भी शिकायत नहीं-कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के बाद अधिकृत प्रत्याशियों से पार्टी ने भीतरघात एवं बगावत करने वालों के नाम  मांगे थे। जिले के बडनगर,महिदपुर अन्य क्षेत्रों से कांग्रेस प्रत्याशियों ने ऐसे नाम दिए थे लेकिन उज्जैन उत्तर एवं दक्षिण से एक भी नाम प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति को नहीं दिया गया।