श्री महाकालेश्वर मंदिर फर्जी पास मामले में मंदिर समिति ने थाना को न पास दिए न ही शिकायत-सूचना दी पुलिस को बुलाया और बाद में कहा कि शिकायत के साथ पास देंगे,तीन दिन बाद भी नहीं पहुंची शिकायत
दैनिक अवन्तिका ब्रह्मास्त्र बुलेटिन …उज्जैन ।
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि का बडा आयोजन किया गया था। इस आयोजन में विशिष्ट अतिथि के नाम पर पास बांटे गए थे। इसी की कापी के फर्जी पास जमकर चले थे। सुरक्षा गार्डों ने कुछ भक्तों को पकडा तो उन्होंने पूरे मामले की पोल खोल दी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस को मंदिर समिति के अधिकारी ने खाली हाथ रवाना कर दिया था और शिकायत के साथ फर्जी पास भेजने का कहा था जो पुलिस को आज तक नहीं मिली है। श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व का आयोजन 8-9 मार्च को किया गया था। इस आयोजन के लिए विशिष्ट अतिथि के पास जारी किए गए थे। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं ने दर्शन के ललायित होकर ऐसे ही फर्जी पास खरीद लिए थे। इन पासों को लेकर जब श्रद्धालू मंदिर पहुंचे थे तो जांच के दौरान कुछ श्रद्धालुओं पर शंका होने पर उन्हें रोक कर जानकारी लेने पर सामने आया था कि उन्होंने ये पास खरीदे हैं। पूरे मामले से मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक को अवगत करवाने के साथ ही पुलिस को सूचना दी गई थी।प्रशासक ने कहा शिकायत के साथ देंगे-इधर जानकारी सामने आ रही है कि सूचना पर महाकाल पुलिस थाना से एक एएसआई मंदिर समिति के कार्यालय पहुंचे थे। इस समय संबंधित श्रद्धालू मंदिर समिति के प्रशासक के साथ बैठे हुए थे। पुलिस कर्मी ने उनके समक्ष पहुंचकर पकडे गए फर्जी पास एवं श्रद्धालुओं की जानकारी मांगी थी। इस पर प्रशासक ने सूचना पर पहुंचे एएसआई को कहा कि संदिग्ध पास एवं श्रद्धालुओं को कहां से मिले इसकी पूरी जानकारी शिकायत के साथ थाने भिजवा दी जाएगी। इस पर एएसआई थाना पहुंचे और इसकी जानकारी दर्ज की गई।न शिकायत आई न फर्जी पास-इधर सामने आ रहा है कि मामले को तीन दिन बीतने को आए हैं। उसके बावजूद मंदिर समिति की और से कोई शिकायत पत्र महाकाल थाना को नहीं मिला है। न ही संदिग्ध पास ही थाना पुलिस को पहुंचाए गए और श्रद्धालुओं की जानकारी भी नहीं दी गई है।इसलिए मामले को दबाया-दैनिक अवंतिका को मंदिर समिति से जुडे सूत्रों ने बताया कि पूरे मामले में एक होटल कर्मी और उनसे जुडे एक नेताजी का नाम मामले में सामने आ गया था। इसके बाद ही पूरे मामले को तत्कालीन प्रशासक ने धीरे से चलता कर दिया। इससे पहले भी मंदिर में ऐसे ही कई मामले धीरे से दबा दिए गए हैं। वेब साईड मामला,नकदी गणना, आनलाईन मामला भी ऐसे ही लोगों की उपज रहा है जिन्होंने मंदिर के नाम पर श्रद्धालुओं के साथ धौखाधडी की है।अवंतिका ने पहले ही सचेत किया था-विशिष्ट अतिथि वाले पास को लेकर दैनिक अवंतिका ने 8 मार्च के अपने अंक में पेज नं.2 पर कालम नंबर 8 में खुसूर-फुसूर के तहत मंदिर से जुडे सूत्रों की ही बात को जगह दी थी। इसमें स्पष्ट लिखा गया था कि मंदिर समिति के जारी पास पर कुल संख्या का अंकन भी नहीं है और बार कोड के पास जारी किए गए हैं। पास के कई पास बना लिए गए हैं।-प्रशासक महोदय ने एएसआई को शिकायत के साथ संदिग्ध पास एवं संबंधित श्रद्धालुओं की जानकारी भेजने का कहा था। हमें आज तक कोई शिकायत ही नहीं मिली है तो जांच कैसे की जाए। शिकायत का इंतजार है।-अजय वर्मा,थाना प्रभारी महाकाल थाना,उज्जैन-8 मार्च के दैनिक अवंतिका के अंक के खुसूर फुसूर वहीं हुआ जो होना था की इमेज लगाएं-दैनिक अवंतिका खुसूर-फुसूर में पहले ही मंदिर से जुडे लोगों ने फर्जी पास की पहले ही शंका जता दी थी