सीएम के घर उज्जैन में पानी पर ’महाभारत’
एमआईसी को दरकिनार कर प्रशासन ने बदली जलप्रदाय व्यवस्था
ब्रह्मास्त्र. उज्जैन
सीएम के गृह नगर उज्जैन में पानी को लेकर एक अलग सियासत गरमा गई है। हुआ यह कि जिला प्रशासन ने नियमित जलप्रदाय व्यवस्था बदल दी, लेकिन इसके लिए महापौर परिषद और पीएचई से कोई राय मशविरा ही नहीं किया, जबकि बोर्ड भाजपा का है।
नगर की जलप्रदाय व्यवस्था में परिवर्तन यह किया गया है कि गुरुवार को उत्तर क्षेत्र में सुबह पूर्व अनुसार प्रातः 7:30 से 8:30 जलप्रदाय किया गया, जबकि दक्षिण क्षेत्र की जलप्रदाय समय अवधि में परिवर्तन कर प्रातः काल 5:30 से 6:30 के स्थान पर सांयकाल 7 से 8 बजे तक जलप्रदाय किया जाएगा। दक्षिण क्षेत्र में यह परिवर्तित व्यवस्था आगामी आदेश तक जारी रहेगी। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर यह परिवर्तन किया गया है। महापौर मुकेश टटवाल और जलकार्य समिति के प्रभारी प्रकाश शर्मा को इस निर्णय की खबर ही नहीं। नगर निगम में यह सवाल उठाया जा रहा है कि बाले बाले जलप्रदाय व्यवस्था में बदलाव क्यों किया गया। इस कारण भारतीय जनता पार्टी की स्थानीय सियासत गर्म हो गई है। आने वाले समय में यह किसी विस्फोटक रूप में सामने आएगी।
खान डायवर्सन ने बढ़ाई समस्या
खान डायवर्सन योजना का गंदा पानी शिप्रा नदी में गऊघाट पर मिलने से नर्मदा जल के अशुद्ध होने से केवल गंभीर डैम से की जा रही पेयजल आपूर्ति के दृष्टिगत गऊघाट प्लांट पर पानी की कमी होने के कारण दक्षिण क्षेत्र में आने वाली पानी की टंकियां पूर्ण क्षमता अनुसार भर नहीं पा रही। समस्या को हल करने के लिए 13 मार्च को अध्यक्ष नगर निगम कलावती यादव, कलेक्टर एवं आयुक्त नगर पालिका निगम के निर्देशानुसार गुरुवार को उत्तर क्षेत्र में सुबह 7:30 से 8:30 तक जलप्रदाय किया गया। इस व्यवस्था से पीएचई प्रभारी सहित निगम बोर्ड में भाजपा के कुछ जनप्रतिनिधि नाराज हो गए हैं।