मप्र में धार्मिक पर्यटन हेली सेवा शुरू, उज्जैन भी जुड़ा हवाई सेवा से
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया शुभारंभ, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय बने पहले यात्री
भोपाल। मुख्यमंत्री डां मोहन यादव ने गुरुवार को स्टेट हैंगर में अयोजित कार्यक्रम में पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा एवं पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत विभिन्न शहरों के लिए हवाई सेवा शुरू की जाएगी। शुरुआत में आठ सीटर वाले दो ट्विन इंजन एयरक्राफ्ट चलाए जाएंगे। प्रदेश के प्रमुख हवाई अड्डों के अलावा हवाई पट्टियों को भी इससे जोड़ा जाएगा। प्रारंभिक चरण में भोपाल, जबलपुर, रीवा, खजुराहो, उज्जैन और पमचढ़ी को धार्मिक पर्यटन हवाई सेवा से जोड़ा जाएगा। इसका दायरा बढ़ा कर आने वाले समय में पर्यटकों की मांग के अनुसार अन्य शहरों को जोड़ा जाएगा।
प्रदेश में बढ़ेगा धार्मिक पर्यटन
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने इस मोके पर कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है। इन हवाई सेवाओं के शुरू होने से प्रदेश में धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा, रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। प्रकृति ने मध्य प्रदेश को बहुत उपहार दिए हैं। हमें इसका संरक्षण करना है। भौगोलिक दृष्टि से मध्यप्रदेश एक बड़ा प्रांत है। हमारी सरकार प्रदेश में धार्मिक पर्यटन और पर्यटन के केंद्रों के साथ ही महानगरों में हवाई सुविधा से आवागमन को और अधिक सुलभ बना रही है। “पीएमश्री वायु सेवा” के माध्यम से आने वाले समय में जबलपुर, ग्वालियर सहित खजुराहो, रीवा, शहडोल और जहां-जहां हवाई पट्टियां बनेंगी, वहां तक यह व्यवस्था पहुंचाई जाएगी।
सुविधाओं का विस्तार करने निरंतर प्रयत्नशील
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि अंतरराज्यीय हवाई सुविधा का विस्तार करने के लिए हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं। “पीएमश्री धार्मिक पर्यटन सेवा” सबसे पहले ओंकारेश्वर-उज्जैन तक पहुंच रही है। आने वाले समय में इस सेवा का विस्तार अन्य धार्मिक पर्यटन केंद्रों तक भी किया जाएगा।
इस हवाई सेवाओं को पीपीपी मोड पर संचालित किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड और जेट एयर सर्विस के मध्य अनुबंधों का आदान-प्रदान किया गया।
पहले यात्री विजयवर्गीय ओंकारेश्वर से उज्जैन गए
पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय बने पहले यात्री। वह भोपाल के स्टेट हैंगर से हेलिकाप्टर के जरिए ओंकारेश्वर रवाना हुए, जहां वह ममलेश्वर महादेव के दर्शन करेंगे, उसके बाद वहां से उज्जैन पहुंचेंगे व महाकाल के दर्शन करेंगे।