रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक बनने वाले रोपवे को मिली मंजूरी
एमओयू साइन हुआ, अब जल्द काम शुरू होगा
सिंहस्थ 2028 में श्रद्धालुओं को मिलेगी सुविधा
दैनिक अवन्तिका उज्जैन
उज्जैन के रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक बनने वाले रोपवे के निर्माण को अब मप्र की मंत्री परिषद की मंजूरी भी मिल गई है। सरकार ने इसके लिए एमओयू भी साइन किया है। जल्द इस पर आगे का कार्य शुरू होगा। उज्जैन में 2028 में लगने वाले सिंहस्थ महापर्व के दौरान लाखों श्रद्धालुओं को रोपवे सुविधा का लाभ मिलेगा।
गुरुवार को मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में भोपाल में हुई मंत्री परिषद की बैठक में लोक निर्माण विभाग एवं नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड के मध्य उज्जैन में रोपवे के विकास, कार्यान्वयन, निर्माण, संचालन और रख-रखाव आदि के लिए हस्ताक्षरित समझौता एमओयू साइन किया गया। सरकार ने परियोजना के प्रथम चरण में 4 स्थानों के लिए इसका अनुमोदन किया है जिसमें उज्जैन रेल्वे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक का रोपवे प्रमुखता से शामिल है। वहीं मध्य प्रदेश शासन की ओर से परियोजना के एकरेखण के अनुमोदन के लिये प्रबंध संचालक, म.प्र. सडक विकास निगम को अधिकृत किया गया है।
रोपवे बनने से सैकड़ों श्रद्धालु एक साथ स्टेशन से मंदिर पहुंच जाएंगे- रोपवे के बनने से इसमें बैठकर एक साथ सैकड़ों श्रद्धालु रेलवे स्टेशन से सीधे महाकाल मंदिर तक पहुंच जाएंगे और दर्शन करने के बाद वापस इसी में बैठकर मंदिर से स्टेशन तक जा सकेंगे।
समय कम लगेगा और सड़क पर यातायात का दबाव कम होगा- रोपवे के बनने से कई फायदे होंगे। एक तो कम समय में लोग इसका उपयोग कर स्टेशन से मंदिर तक आ-जा सकेंगे। साथ ही सड़क पर भी भीड़ व वाहनों का दबाब कम होगा। रोपवे श्रद्धालुओं को हवाई यात्रा का सुखद अनुभव कराएगा।