गमगीन परिवार में चौथे दिन फिर टूटा दुखों का पहाड़ परिवार तलाश में निकला था, क्षिप्रा नदी से मिली वृद्धा की लाश

दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। मकान की तीसरी मंजिल पर परिवार के बीच सोई वृद्धा शुक्रवार तड़के लापता हो गई। परिवार तलाश में निकला तो क्षिप्रा नदी से वृद्धा की लाश मिलने की खबर मिली। बेटी परिजनों के साथ क्षिप्रा नदी पहुंची और वृद्धा की पहचान मां के रूप में की। परिवार में चार दिन पहले ही जवान बेटे की मौत हुई थी। भाटगली में रहने वाली मंगला पति प्रदीप परिहार 60 वर्ष के पुत्र देवेन्द्र की चार दिन पहले दिमाग की नस फट जाने से मौत हो गई थी। जवान बेटे के निधन से मां मंगला तनाव में आ गई थी, और कहने लगी थी कि अब जिंदा नहीं रहूंगी, गुरूवार को बेटे का उठावना रखा गया था। उसके बाद से वह काफी बदहवास सी हो गई थी। उनका उपचार भी कराया गया था। परिवार में भाभी और ननद उनकी देखभाल में लगे थे। रात को मकान की तीसरी मंजिल पर भाभी और ननद उन्हे अपने साथ सुलाने के लिये कमरे में ले गई थी। शुक्रवार सुबह जब ननद-भाभी की नींद खुली तो मंगला परिहार के बिस्तर पर तकिया रखा हुआ मिला। कमरे में नहीं होने पर पूरे घर में तलाश की गई। कहीं नहीं मिलने पर परिवार तलाश में निकल पड़ा। 8-9 बजे के बीच खबर मिली कि क्षिप्रा नदी से एक वृद्ध महिला का शव मिला है। बेटी परिजनों के साथ रामघाट पहुंची। जहां शव देखते ही बिलख पड़ी। परिजनों ने लाश मंगला परिहार की होना बताया। बेटे के बाद मां का निधन होने पर परिवार में गमो का पहाड़ टूट पड़ा। महाकाल पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल पहुंचाया और मर्ग कायम कर जांच में लिया। छोटे पुल से कूदने की मिली थी सूचना महाकाल पुलिस ने बताया कि सुबह 8 बजे के लगभग क्षिप्रा के छोटे पुलिस से महिला के नदी में कूदने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंच तलाश की गई तो वृद्धा का शव सुनहरी घाट से बरामद हुआ। जिसे बाहर निकालने के बाद शिनाख्त के लिये शहर के थानों पर वायरलेस के माध्यम से सूचना प्रसारित कराई गई। कुछ देर में ही परिजन मौके पर पहुंच गये थे।