भोपाल से प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार…..सिंहस्थ मेला प्राधिकरण भवन है तैयार

-सीएम डॉ. यादव का एक और दमदार फैसला
-तेजी से जारी है धर्मस्व विभाग-  न्यास विभाग के स्थानांतरण की प्रक्रिया
उज्जैन। उज्जैन के कोठी रोड़ स्थित सिंहस्थ मेला प्राधिकरण भवन में अब जल्द ही हलचल तेज होने वाली है क्योंकि यहां भोपाल के सतपुड़ा भवन से धर्मस्व विभाग और धर्मस्व न्यास
का मुख्यालय स्थानांरित होने वाला है। जिला अफसरों की यदि माने तो प्रक्रिया में तेजी है और जल्द ही दोनों विभाग उज्जैन शिफ्ट हो जाएंगे। कुल मिलाकर भोपाल से ही प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। अफसरों का कहना है कि हमने प्राधिकरण भवन की जगह तय कर शासन को बता दिया है और हमने दोनों विभाग के शिफ्टिंग की तैयारी सिंहस्थ मेला प्राधिकरण भवन को तैयार कर लिया है।
गौरतलब है कि इन दोनों विभागों को उज्जैन लाने के लिए सूबे के सीएम डॉ. मोहन यादव का फैसला था जिसे आगामी सिंहस्थ को दृष्टिगत लिया गया है। सूबे के सीएम डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन के लिए एक और दमदार फैसला लिया है और वह है धर्मस्व न्यास और धर्मस्व विभाग का उज्जैन में स्थानांतरण। दरअसल डॉ. यादव उज्जैन के है और उज्जैन का धार्मिक तथा पर्यटन स्तर पर बेहतरी से विकास चाहते है। यही कारण है कि उनके द्वारा  धर्मस्व न्यास और धर्मस्व विभाग को उज्जैन लाने का फैसला लिया है।
 सूबे के सीएम डॉ. मोहन यादव के दिल में उज्जैन बसा हुआ है…वे उज्जैन का विकास होते हुए देखना चाहते है और यही कारण है कि उनके द्वारा ऐसे फैसले भी लिए जा रहे है जो हर किसी के लिए अप्रत्याशित है। ऐसा ही एक और फैसला उन्होंने लिया है धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग को उज्जैन स्थानांतरित करने का। ये दोनों विभाग उज्जैन में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है और जैसे ही ये दोनों विभाग सिंहस्थ प्राधिकरण के भवन में आएंगे…वैसे ही न केवल  सिंहस्थ का आगाज हो जाएगा वहीं उज्जैन और इसकी धार्मिकता का भी समायोजन होगा। चुंकि उज्जैन धार्मिक शहर है और यहां महाकाल मंदिर है वहीं ऐसे कई धार्मिक और संस्कृति से जुड़े आयोजन होते है जो अपनी पहचान देश भर में स्थापित कर चुके है और ऐसे में यदि धर्मस्व न्यास और धर्मस्व विभाग उज्जैन मंे संचालित होने की शुरूआत होती है तो निश्चित ही धार्मिक गतिविधियों को ओर गति मिल सकेगी। आगामी सिंहस्थ के आयोजन में अब ज्यादा दिन नहीं है क्योंकि दिन जाते देरी नहीं लगती है और चुंकि ये विभाग सिंहस्थ मेला प्राधिकरण भवन में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया चल रही लिहाजा प्राधिकरण भवन में भी न केवल हलचल ज्यादा होने लगेगी वहीं सिंहस्थ की तैयारियों को भी बल मिल सकेगा इसके अलावा मध्यप्रदेश तीर्थ स्थान और मेला प्राधिकरण भी स्थानांतरित होने की जानकारी सामने आ रही है। जानकारी मिली है कि जिला प्रशासन ने सरकार को सिंहस्थ मेला प्राधिकरण भवन में जगह उपलब्ध कराने संबंधी जानकारी शासन को भेज दी है।

ये होगा फायदा

सिंहस्थ आयोजन को लेकर जिला प्रशासन और सरकार में समन्वय बन सकेगा।

सिंहस्थ और मेलों के लिए निर्णय तेजी से लिए जा सकेंगे।

महाकाल मंदिर से जुड़े फैसले भी हो सकेंगे।