धार और झाबुआ जैसी आदिवासी सीटों पर महिला कार्ड खेला, कांग्रेस अभी भी केवल उम्मीदवार को ढूंढने में लगी

 

 

इंदौर। भाजपा ने आदिवासी अंचल की लोकसभा सीट रतलाम-झाबुआ आ और धार पर महिला को टिकट देकर भाजपा ने आदिवासी कार्ड खेला है, लेकिन कांग्रेस ने फिलहाल तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारे है। उनमें कोई महिला उम्मीदवार नहीं है। हालांकि मंदसौर से कांग्रेस मिनाक्षी नटराजन को टिकट दे सकती है।
मालवा निमाड़ की 22 विधानसभा सीटों पर आदिवासी वोटबैंक का दबदबा है। विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने भाजपा से ज्यादा आदिवासी सीटें जीती। इसका आंकलन करते हुए भाजपा ने धार और रतलाम-झाबुआ सीट पर ही उम्मीदवार बदले और दोनो ठाकुर और वन मंत्री की पत्नी अनिता नागर सिंह चौहान को टिकट दिया।
चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि इन दोनो सीटों पर भाजपा लाडली बहना योजना का फायदा लेना चाहती है, क्योंकि इस योजना का सबसे ज्यादा असर आदिवासी बहनों में देखा गया। बची छह सीटों पर भाजपा ने पुराने चेहरे ही रिपीट किए है। कांग्रेस पांच सीटों पर मंथन कर रही है। उनसे तीन सीटों पर ही उम्मीदवार घोषित किए है।
झाबुआ लोकसभा सीट से कांग्रेस कांतिलाल भूरिया, मंदसौर सीट से मिनाक्षी नटराजन और इंदौर सीट से सत्यनारायण पटेल पर दांव लगा सकती है। खंडवा सीट पर कांग्रेस किसी नए चेहरे को आजमाने की तैयारी में है, क्योंकि अरुण यादव खंडवा सीट से चुनाव लड़ना नहीं चाहते है।
इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस नए चेहरों को टिकट देना चाहती है, लेकिन इसके लिए कांग्रेस के नेता तैयार नहीं है। विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित रहे अरविंद बागड़ी, अक्षय बम, विशाल अग्निहोत्री के नाम चर्चा में है।