उज्जैन के संत 22 दिसंबर को देखेंगे शिप्रा कहाँ-कहाँ दूषित : धरना देने वाले साधु वाहनों से देवास, इंदौर जाएंगे – नदी के लिए हो रहे काम देखने के बाद निर्णय लेंगे
ब्रह्मास्त्र उज्जैन। शिप्रा शुद्धिकरण की मांग को लेकर दत्त अखाड़ा घाट पर 5 दिनों तक धरना देने वाले साधु-संत अब 22 दिसंबर को निजी वाहनों से देवास व इंदौर जाएंगे तथा यह देखेंगे कि शिप्रा कहां-कहां से अन्य नदी-नालों से प्रदूषित हो रही है।
शासन-प्रशासन द्वारा शिप्रा को प्रदूषित होने से रोकने के लिए क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं। यह जानकारी सोमवार को जंतर-मंतर के पास गऊघाट स्थित जगदीश मंदिर परिसर में महंत डॉ. रामेश्वर दास महाराज ने पत्रकारों से चर्चा में कही। महाराज ने कहा कि वर्तमान में शिप्रा में श्रद्धालुओं को मजबूरन दूषि
भोपाल से प्रमुख सचिव आए और साधु संतों से मिले बिना चले गए, काम क्या करेंगे
पिछले दिनों भोपाल से प्रमुख सचिव आए
सिंहस्थ 2016 में 90 करोड़ रुपए पाइप लाइन में ही खर्च कर दिए फिर भी नहीं
साधु-संतों ने यह भी कहां कि शिप्रा शुद्धिकरण के नाम पर 90 करोड़ तो सिर्फ पाईप लाईन में ही खर्च कर दिए गए है। शिप्रा तो शुद्ध हुई नहीं। खान डायवर्शन पाईप लाईन सिंहस्थ