26.44 लाख की राशि हड़पने वाले रिमांड पर दूध व्यवसायी की मौत के बाद भाई ने कराई थी बीमा पॉलिसी
उज्जैन। लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के 26.44 लाख रूपये हड़पने के मामले का रविवार को खुलासा कर दिया गया। महिला और उसके साथी के साथ मृतक के भाई को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया है। तीनों की निशानदेही पर 10.50 लाख रूपये नगद, चैक बुक, एटीएम कार्ड और दस्तावेज बरामद किये जा चुके है। शाजापुर के ग्राम सुनेरा में रहने वाली टीना उदासी ने कुछ दिन पहले एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायती आवेदन सौंपा था और बताया था कि उसके पति रोहित उदासी की मृत्यु के बाद लाइफ इंश्योरेंस एचडीएफसी बैंक से कराई गई थी और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 26.44 लाख रूपये दूसरे व्यक्ति द्वारा प्राप्त कर लिये गये है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी प्रदीप शर्मा ने मामले की जांच माधवनगर थाना पुलिस को सौंपी। चार दिन पहले पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया और बरोठा हालमुकाम सीया की रहने वाली पूजा पति अनिल चौहान 32 वर्ष, धर्मेन्द्र पिता कमलसिंह सिसौदिया 32 वर्ष निवासी ग्राम दोन्ता मक्सी को हिरासत में लिया। पूछताछ में चौकाने वाली जानकारी सामने आई। दोनों ने बताया कि मामले में मृतक रोहित का भाई विनोद पिता अरुण उदासी 38 वर्ष ग्राम सुनेरा शाजापुर भी शामिल है। पुलिस ने विनोद को हिरासत में लेने के तीनों से इंश्योरेंस पॉलिसी के 10.50 लाख रूपये, चैक बुक, एटीएम कार्ड और फर्जी बनाए गये दस्तावेज बरामद कर लिये। रविवार को एसपी प्रदीप शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्त में आये तीनों आरोपितों को पूछताछ के लिये न्यायालय से रिमांड पर लिया गया है। पॉलिसी की राशि प्राप्त करने के लिये पूजा चौहान ने फर्जी दस्तावेजों में खुद को नामिनी बताया था और पॉलिसी की राशि का चैक मिलने के बाद देवास में इंक्वेटस स्मॉल फायनेंस बैंक में फर्जी खाता खुलवा लिया था। 16 फरवरी को 9.90 लाख खाते से निकाल लिये थे। वहीं दूसरे दिन फिर से 9.90 लाख रूपये निकाले गये। 6.64 लाख खाते में जमा थे। जिसे पुलिस ने होल्ड कराया है।
पत्नी ने दी थी किडनी, भाई ने लगाया था पैसा
एसआई पवन वास्कले ने बताया कि रोहित उदासी दूध का व्यवसाय करता था, वह काफी समय से बीमार चल रहा था। उसके छोटे भाई ने बीमारी के चलते रूपये लागए थे। रोहित की पत्नी ने अपनी एक किडनी पति को दी थी। लगातार उपचार के बाद 1 जून 2023 को रोहित की मौत हो गई। रोहित की बीमारी में पैसा अधिक लगने पर भूसे का कारोबार करने वाले छोटे भाई विनोद ने षडय़ंत्र रचा और पूजा चौहान, धर्मेन्द्र सिसौदिया के साथ मिलकर फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी कराने की योजना बनाई। जिसके चलते मृतक की पत्नी टीना से कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर करा लिये और उसका आधार-पेन कार्ड ले लिया। चार दिन बाद उन्होने ऑनलाइन पॉलिसी करा ली। 5 जून को विनोद ने भाई की मृत्यु का प्रमाण पत्र बनवा लिया। एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने कुछ दिन में रोहित की मौत होने पर पॉलिसी निरस्त कर दी। जिस पर विनोद ने बीमा लोकपाल कार्यालय भोपाल (उपभोक्ता फोरम) में क्लेम कर दिया। जहां से फरवरी माह में इंश्योरेंस राशि देने के आदेश एचडीएफसी को दिये गये।
टीना के आधार कार्ड पर लगाया अपना फोटो
इंश्योरेंस कंपनी से 26.44 लाख की राशि का चैक प्राप्त करने के लिये पूजा चौहान ने विनोद की मदद से प्राप्त किये टीना के आधार और पेनकार्ड पर जालसाजी करते हुए अपना फोटो लगा लिया और मृतक की पत्नी टीना बनकर फर्जी हस्ताक्षर से चैक प्राप्त कर लिया। उसने धर्मेन्द्र के साथ मिलकर 19.80 लाख रूपये निकाल लिये। लेकिन विनोद को कुछ नहीं दिया। पॉलिसी के पैसे नहीं मिलने पर विनोद ने अपनी भाभी टीना को पूरा मामला बता दिया। मृतक पति के नाम से फर्जी पॉलिसी कराकर लाखों हड़पने का पता चलते ही टीना उदासी ने मामले की शिकायत एसपी कार्यालय पहुंचकर दर्ज कराई थी।