खाता न बही, अफसर जो करे वो सही : उज्जैन नगर निगम में 116 करोड़ की सड़कों के काम की दरों का अनुमोदन बिना भूमिपूजन
ब्रह्मास्त्र. उज्जैन
मुख्यमंत्री के गृह नगर उज्जैन में एक अलग राजनीतिक जुमला चल पड़ा है। बोला जा रहा है कि खाता न बही, अफसर जो करे वो सही। असल वजह यह है कि नगर निगम द्वारा सात सड़कों का निर्माण कराया जाएगा। सीएम के हाथों से इसका भूमिपूजन भी करा लिया गया हैं मगर महापौर और लोक निर्माण समिति प्रभारी से इनकी दरों का अनुमोदन ही नहीं कराया गया।
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता प्रभावशील होने से पहले इन सड़कों के निर्माण का भूमिपूजन कराने की जल्दी इतनी रही कि टेंडर की दरों का नियमानुसार अनुमोदन नहीं कराया। विशेषज्ञ अधिकारियों की राय है कि लोक निर्माण समिति प्रभारी और महापौर से दरों का अनुमोदन कराने के बाद ही काम कराया जा सकेगा।
प्रोजेक्ट सेल रिटायर्ड ऑफिसर को
प्रोजेक्ट सेल और कॉलोनी सेल के कार्य निगम आयुक्त ने रिटायर्ड अधिकारी पियूष भार्गव को दे दिए हैं। भार्गव की विगत दिनों ही नगर निगम में वापसी हुई है।