जया बच्चन का फूटा गुस्सा – मोदी सरकार को दिया बुरे दिन आने का श्राप
नई दिल्ली। राज्यसभा में आज नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रॉपिक पदार्थ (संशोधन) विधेयक 2021 पर चर्चा की जा रही थी। इस चर्चा में कई बार संसद का तापमान बढ़ गया। पहले दिग्विजय सिंह ने सरकार पर आरोप लगाए उसके बाद जया बच्चन का गुस्सा सरकार पर फूटा। उन्होंने तो सरकार को बुरे दिन आने का श्राप तक दे डाला। नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रॉपिक पदार्थ (संशोधन) विधेयक 2021 पर चर्चा करने के लिए जब जया बच्चन को बुलाया गया तो उन्होंने आते ही कहा- ‘मैं आपको धन्यवाद नहीं देना चाहती। क्योंकि समझ नहीं आता कि जब आप इस तरफ से चिल्लाकर वेल में जाते थे, उस वक्त को याद करूं या फिर आज आप जो कुर्सी पर बैठे हैं उस वक्त को याद करूं।’ जया बच्चन की बात पर भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने उन पर संसद की गरिमा को कम करने का आरोप लगाया. साथ ही उन पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने संसद के स्पीकर को व्यक्तिगत तौर पर संबोधित किया है। उन्होंने कहा कि यह सदन में व्यवहार का तरीका नहीं है, इससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है। कोई भी इस तरह चेयर का अपमान नहीं कर सकता। उस वक्त चेयर पर भुवनेश्वर कालिता बैठे थे।उन्होंने जय बच्चन को माननीय सदस्य कहकर अपनी बात दोबारा रखने के लिए कहा। इस पर जया बच्चन ने कहा- ‘शुक्रिया कि आपने मुझे माननीय कहा, लेकिन अगर आप मुझे सच में माननीय समझते हैं, तो मेरी बात ध्यान से सुनें। हमें न्याय चाहिए. हम उनसे (सरकार) न्याय की उम्मीद नहीं कर सकते, लेकिन क्या आपसे कर सकते हैं? सदन के सदस्यों और जो बाहर 12 सदस्य बैठे हैं उनके लिए आप क्या कर रहे हैं?’सदन से बाहर आकर जया बच्चन ने कहा, ‘ मैं किसी पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करना चाहती। जो कुछ हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण था। उन्हें इस तरह से बात नहीं करनी चाहिए थी। मैं इससे बहुत आहत हूं।’ इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।